वाशिंगटन। वर्ल्ड हेल्थ ऑगेर्नाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि साल 2022 तक दुनिया के युवाओं और स्वस्थ्य लोगों को कोविड-19 की वैक्सीन नहीं मिल सकती है। ऐसे लोगों को तब तक इंतजार करना होगा। डब्ल्यूएचओ के चीफ साइंटिस्ट सौम्य स्वामीनाथन ने गुरुवार को इसके बारे में जानकारी दी। कहा, 2021 तक कम से कम एक इफेक्टिव वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। हालांकि यह सीमित संख्या में होगी। इसलिए केवल उन्हीं लोगों तक पहुंच सकती है जिन्हें इसकी ज्यादा जरूरत होगी। इसमें स्वास्थ्य कर्मी और हाई रिस्क वाले लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।
दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3.87 करोड़ से ज्यादा हो गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 91 लाख 49 हजार 291 से ज्यादा हो चुकी है। मरने वालों का आंकड़ा 10.96 लाख के पार हो चुका है। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने बुधवार को माना कि देश में संक्रमण की वजह से हालात गंभीर हो चुके हैं। सरकार सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है।
दूसरी तरफ, पेरिस में कर्फ्यू लगा दिया गया है। फ्रांस सरकार ने इस बारे में पहले ही आगाह कर दिया था। उधर, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर की वजह से स्थिति गंभीर हो गई है। मर्केल ने एक बयान में कहा- इसमें कोई दो राय नहीं कि हम महामारी के दौर में है और स्थिति अब गंभीर हो चुकी है। हम चाहते हैं कि संक्रमितों का पता लगाकर उनका इलाज किया जा सके। देश के सभी संबंधित हेल्थ आॅर्गनाइजेशन इस काम में साथ दे रहे हैं। हर रोज मामले बढ़ रहे हैं। वहीं, फ्रांस सरकार ने देश में फिर से हेल्थ इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है।