- राजधानी लखनऊ में मिले 11 कोरोना पॉजिटिव
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को प्रदेश के 75 जिलों में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 288 नये मामले मिले हैं। इनके साथ ही प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या 6017 हो गयी है। संक्रमण से प्रदेश में शनिवार को तीन और लोगों की मौत हो गयी। फिरोजाबाद, बुलंदशहर तथा अलीगढ़ में एक-एक मौत हुई है। प्रदेश में माहमारी से अब तक 155 लोगों की मौत हो चुकी है।
इधर, राजधानी लखनऊ में रेलवे अस्पताल कर्मी सहित 11 कोरोना पॉजिटिव मामले मिले हैं। शनिवार को यहां लौटे 9 मजदूर व परिवार वालों में कोरोना वायरस पाया गया। इनमें पांच पुरुष व चार महिलाएं हैं। सभी क्वारंटीन सेंटर में थे। इन्हें अब लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, नरही में एक महिला व बादशाह नगर में रेलवे अस्पताल में कार्यरत महिला कर्मी में भी कोरोना की पुष्टि हुई है।
शनिवार को जौनपुर में 21, इटावा में 9, हरदोई में 10, देवरिया में 4, कानपुर में दो, कन्नौज में दो, शामली में दो, कानपुर देहात तथा कुशीनगर में एक-एक मरीज को कोरोना की पुष्टि हुई है। प्रदेश में अब कुल 2456सक्रिय मामले हैं, जबकि 3406 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। पूर्वांचल के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है।
शनिवार देर शाम वाराणसी में मुंबई से आए तीन लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स प्रवासी कामगारों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर जरूरत के हिसाब से प्रवासी श्रमिकों का सैंपल इकट्ठा कर जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 6,58,982 प्रवासी श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया। इनमें से 764 लोगों में संक्रमण का कोई न कोई लक्षण पाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रवासियों की लगातार ट्रैकिंग की जा रही है। प्रसाद ने कहा कि प्रवासियों में संक्रमण का ज्यादा प्रतिशत मिल रहा है।
ऐसी स्थिति में ग्राम और मोहल्ला निगरानी समितियों की एक बड़ी भूमिका उनको क्वारंटाइन में रखने की और उनकी लगातार निगरानी करने की है। ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। उन्होंने इन निगरानी समितियों से अपील की कि होम क्वारंटाइन किये गये लोगों के घर पर अवधि की तिथि सहित पोस्टर अवश्य लगायें और क्वारंटीन किये गये लोगों को निर्धारित अवधि तक रहने के लिए सुनिश्चित करायें।