नई दिल्ली: भाजपा के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के लिए शनिवार को दो दिवसीय सांसद कार्यशाला अभ्यास वर्ग के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी सांसदों से कहा कि भाजपा अपनी विचाराधारा और सोच के कारण यहां तक पहुंची है न कि एक परिवार की विरासत के कारण। सूत्रों ने बताया कि मोदी ने पार्टी सांसदों से कहा कि सभी सांसद कार्यकर्ताओं से अपना संपर्क बनाए रखें, उनसे रिश्ते बनाएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सांसद सिर्फ चुनाव के समय ही नहीं बल्कि पूरे कार्यकाल के दौरान कार्यकर्ताओं की बात सुनें। वे संसद की कार्यवाही में सक्रिय हिस्सेदारी करें। उन्होंने पार्टी सांसदों को कड़ी मेहनत करने का सुझाव दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी विचाराधारा और सोच के कारण यहां तक पहुंची है न कि एक परिवार की विरासत के कारण। इस दौरान मोदी ने कहा कि इन बातों को कागज पर नहीं दिल में उतारें। अभ्यास वर्ग को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने संबोधित किया। अमित शाह ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में आज भारतीय जनता पार्टी के सांसदों की दो दिवसीय कार्यशाला में आए सभी सांसद सदस्यों के साथ संवाद किया। भाजपा की सांसद कार्यशाला में सांसदों खास कर नए सांसदों को पार्टी की विचारधारा से लेकर संगठन के गुर सिखाने की परिकल्पना की गई है।
पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी सांसद मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक, कार्यक्रम के दूसरे और अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समापन भाषण देंगे। इस कार्यक्रम में कुल नौ सत्र होंगे। अभ्यास वर्ग में बताया जाएगा कि संसद के भीतर और बाहर सांसदों का आचरण कैसा होना चाहिए। साथ ही जनता से जुडऩे के उपाय भी बताएं जाएंगे। सांसदों को यह भी बताया जाएगा कि जनता के बीच रहकर उनके काम करते हुए पार्टी की विचारधारा को कैसे बढ़ाया जाए। इस पर भी चर्चा होगी कि जनप्रतिनिधियों को अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं को संसद में कैसे रखना चाहिए।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के संबोधन का विषय सांसद और स्थानीय संगठन है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा भारतीय राजनीति में भाजपा का योगदान विषय पर बात रखेंगे। सांसदों के बीच समूह परिचर्चा का सत्र भी रखा गया हैं। समूह परिचर्चा के निहितार्थ की रिपोर्ट बनाकर इसे संबंधित मंत्रालय को भेजा जाएगा। अभ्यास वर्ग में सांसदों की मौजूदगी अनिवार्य की गई है। पार्टी के संसदीय कार्यालय की ओर से सभी सांसदों को तीन और चार अगस्त को दिल्ली में ही रहने को कहा गया है। गौरतलब है कि इस बार भाजपा के करीब सवा सौ सांसद ऐसे हैं जो पहली बार जीतकर संसद पहुंचे हैं।