- भाजपा कार्यालय घेरने जा रहे कांग्रेसियों की हुई गिरफ्तारी
- ट्रामा सेंटर पहुंचे अखिलेश, दी आर्थिक सहायता
- मायावती ने कहा कि मामले को संज्ञान में ले उच्चतम न्यायालय
विशेष संवाददाता
लखनऊ। रायबरेली सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल उन्नाव दुष्कर्म कांड पीड़िता के मामले में विपक्ष हमलावर हो गया है। विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की बर्खास्तगी की मांग को लेकर कांग्रेस ने भाजपा मुख्यालय घेरने के प्रयास में गिरफ्तारी दी तो वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ट्रामा सेंटर बलात्कार पीड़िता का हाल जानने पहुंचे, वहां कहा कि क्या सरकार एक बेटी को न्याय नहीं दिला सकती। वहीं बसपा प्रमुख ने ट्वीट कर कहा इस मामले को उच्चतम न्यायालय को संज्ञान में लेना चाहिए।
उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई दुर्घटना को लेकर कांग्रेस, सपा और बसपा ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर जबरदस्त प्रदर्शन किया और भाजपा मुख्यालय घेरने की कोशिश की। हालांकि, रास्ते में ही पुलिस ने उन्हें रोककर गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेसी भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उनका कहना है कि महिला सुरक्षा के मुद्दे पर योगी सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। धरने की अगुवाई कर रहे कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि बलात्कार के बाद अब हत्या के मामले में भी अभियुक्त बनाये गये सेंगर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ उन्हें भाजपा से भी बर्खास्त किया जाना चाहिये। उन्होंने आरोप लगाया कि बलात्कार के मामले में तो पहले ही सीबीआई जांच चल रही है। अब रायबरेली में हुई दुर्घटना के मामले में भी सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी गयी है। इसके बावजूद चाल और चरित्र की बात करने वाली भाजपा ने आरोपी विधायक सेंगर को गले लगा रखा है। इससे यह पार्टी बेनकाब हो गयी है। प्रदर्शन में कांग्रेस के कई बड़े नेता व बहराइच से पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले भी शामिल हुई हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी व पार्टी के अन्य नेताओं ने भी लखनऊ स्थित ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर घायल लड़की का हाल लिया और उसके परिजन से मुलाकात की। उन्होंने कहा आखिर परिवार का क्या गुनाह है? सरकार को उसकी मांगें माननी चाहिये। क्या सरकार एक बेटी को न्याय नहीं दिला सकती? अगर पीड़िता और उसके वकील की मौत हुई तो कौन जिम्मेदार होगा? इस घटना के लिये भाजपा सरकार ही जिम्मेदार है। सपा पीड़ित परिवार के साथ है। सपा की तरफ से दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को 16 लाख रुपये की मदद दी गई है। सपा के प्रतिनिधिमंडल ने पीड़िता के परिवार को 10 लाख रुपये और घायल वकील के परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी। इसके अलावा एक लाख रुपये पार्टी फंड से दिया गया है। परिजनों को सपा प्रतिनिधि मंडल में शामिल मधु गुप्ता, जूही सिंह, जरीना उस्मानी व आईपी सिंह ने चेक सौंपा।
इस बीच, बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर कहा स्थानीय भाजपा सांसद साक्षी महाराज द्वारा जेल में बलात्कार के आरोपी भाजपा विधायक से मिलना, यह प्रमाणित करता है कि सामूहिक बलात्कार के आरोपियों को लगातार सत्ताधारी भाजपा का संरक्षण मिल रहा है। यह इंसाफ का गला घोंटने जैसा है। उच्चतम न्यायालय को इसका संज्ञान जरूर लेना चाहिये। उन्होंने कहा उन्नाव सामूहिक बलात्कार पीड़ित के परिवार के लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिये पीड़ित के चाचा को पेरोल पर रिहा नहीं होने देना अतिअमानवीय है, जो इस कांड में प्रदेश सरकार की मिलीभगत को साबित करता है। पेरोल की मांग को लेकर रिश्तेदार मेडिकल कॉलेज में धरने पर बैठे हैं। सरकार को इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए। यह ट्वीट उन्होंने परिवार द्वारा दिए जा रहे धरना-प्रदर्शन पर प्रकट किए। क्योंकि पेरोल की मांग को लेकर घायल लड़की के परिजन ने मंगलवार को लखनऊ ट्रॉमा सेंटर के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू किया। इसी लड़की ने उन्नाव से विधायक कुलदीप सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की, उसकी चाची पुष्पा और मौसी शीला अपने वकील महेंद्र के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने रिश्तेदार महेश सिंह से रविवार को मुलाकात करने जा रही थी। रास्ते में रायबरेली के गुरबख्श गंज क्षेत्र में उनकी कार और एक ट्रक के बीच संदिग्ध परिस्थितियों में टक्कर हो गयी थी। इस घटना में घायल शीला (50) ने स्थानीय अस्पताल में दम तोड़ दिया था और पुष्पा (45) को लखनऊ स्थित ट्रॉमा सेंटर में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। इस घटना में घायल लड़की और वकील महेंद्र सिंह की हालत बेहद नाजुक है और वे दोनों ट्रॉमा सेंटर में वेंटिलेटर पर हैं। इस मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 नामजद तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ सोमवार को हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। सरकार ने देर रात इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी।
इस लड़की ने वर्ष 2017 में उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की गयी है और इस वक्त सेंगर जेल में हैं।