लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एल-2 और एल-3 कोविड अस्पतालों में 50 हजार बेड जल्द तैयार करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी को भी महामारी फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीएम योगी ने कोविड अस्पतालों में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए महानिदेशक, स्वास्थ्य तथा महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा को इस सम्बन्ध में कार्यवाही करने के निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की। इसके अलावा उन्होंने प्रत्येक जिले में इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर को प्रभावी रूप से क्रियाशील करने के निर्देश दिये और कहा कि जिस जिले में इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर स्थापित होने के बावजूद सुचारू रुप से कार्यशील नहीं हैं, ऐसे जिलों के जिलाधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।
मरीजों की दिन में दो बार जानकारी लेेेने के दिए निर्देश
उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित मरीजों से इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर द्वारा दिन में दो बार दूरभाष से संवाद स्थापित कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त करने के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री ने एम्बुलेंस व्यवस्था को और बेहतर करने के निर्देश देते हुए कहा कि 108 एम्बुलेंस सेवा के साथ-साथ सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज की कुल एम्बुलेंस का 50 प्रतिशत कोविड मामलों में तथा शेष 50 प्रतिशत नॉन कोविड मामलों में उपयोग किया जाए।
किसी को महामारी फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मरीजों के स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर सम्बन्धित कोविड अस्पताल में बेड उपलब्ध कराए जाएं। कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर सावधानी बरतना आवश्यक है। किसी को भी महामारी फैलाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने कानपुर नगर की चिकित्सा सेवाओं को बेहतर करने तथा वेन्टिलेटर बेड की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में प्रभावित लोगों को हर सम्भव राहत एवं मदद उपलब्ध करायी जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जनता को सूखा राशन दिया जाए। गांवों में राशन किट वितरित की जाए।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 तथा संचारी रोगों के नियंत्रण के उद्देश्य से प्रत्येक शनिवार तथा रविवार को विशेष स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन अभियान का प्रभावी संचालन जारी रखा जाए।