रायबरेली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करने का विरोध करने वाले लोगों पर हमला बोलते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर सचिवालय पर तिरंगा लहराने का विरोध वह परिवार कर रहा है, जो कहता है कि हमने देश को स्वतंत्र किया लेकिन उन्हें तिरंगे से परहेज़ है। आदित्यनाथ ने कहा कि आज जब प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इस प्रकार के प्रभावी, ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय किए जा रहे हैं, तब एक परिवार विरोध कर रहा है। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना सवाल किया, आपके खानदान के पाप कोई कब तक बर्दाश्त करेगा? लखनऊ में जारी एक बयान के अनुसार मंगलवार को रायबरेली में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राणा बेनी माधव सिंह की 215वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सर्जिकल स्ट्राइक का उल्लेख करते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर अपने दुश्मनों को ईंट का जवाब पत्थर से देना एक राष्ट्र धर्म है। केवल राष्ट्र धर्म जपने से राष्ट्र धर्म नहीं होने वाला। योगी ने कहा कि युद्घ के दौरान शहीद हुए जवान के परिवार को पेट्रोल पंप या रसोई गैस की एजेंसी उपलब्ध कराकर उस परिवार को आर्थिक स्वालंबन की ओर अग्रसर करने का कार्य भी सरकार ने किया है।
उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश का कोई भी जवान शहीद होता है तो प्रदेश सरकार उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी मुहैया कराएगी। उन्होंने कहा, साथ ही हमने 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी उस परिवार को देना शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में दिल्ली में युद्घ स्मारक समर बनाया है। वहां पर शहीद जवानों के नाम अंकित किए गए हैं और परमवीर चक्र विजेताओं की मूर्तियों को स्थापित कर शहीदों को सम्मान दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी दो अक्टूबर को प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने का एक नया संकल्प देश को देने जा रहे हैं। इसी क्रम में हमने प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए मिट्टी के बर्तनों को प्रोत्साहित किया है।