नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश की स्वास्थ्य प्रणाली पर मौजूदा कोविड-19 महामारी के कारण पड़ रहे भारी दबाव के बावजूद प्रयास किए जा रहे हैं कि महिलाओं, बच्चों और किशारों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएं।
मेटरनल, न्यूबॉर्न ऐंड चाइल्ड हेल्थ (पीएमएनसीएच) के एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कोविड-19 का सर्वाधिक प्रभाव महिलाओं, बच्चों और किशोरों को झेलना पड़ा है और इसके लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, हम सतत संवाद कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि कोविड-19 महामारी के कारण स्वास्थ्य प्रणाली पर पड़े भारी दबाव के बावजूद महिलाओं, बच्चों और किशोरों को स्वास्थ्य सेवाएं निरंतर मिलती रहें। कार्यक्रम अकाउंटेबिलिटी ब्रेकफास्ट 2020 का आयोजन 29 सितंबर को हुआ था।
इसमें दुनियाभर के 1,600 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। व्हाइट रिबन अलायंस और एवरी वुमन एवरी चाइल्ड इस कार्यक्रम के सह आयोजक थे। हर्षवर्धन ने यह भी कहा कि गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को सेवा प्रदान नहीं किए जाने को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।





