जयपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना की वकालत करते हुए शनिवार को कहा कि देश के प्रधानमंत्री जातिगत जनगणना से डरते क्यों हैं? राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री को जातिगत जनगणना के आंकड़े देश के सामने रखने चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि संसद व विधानसभाओं में महिला आरक्षण को आज ही लागू किया जा सकता है लेकिन केंद्र सरकार परिसीमन व नयी जनगणना का बहाना बनाकर इसे 10 साल टालना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि महिला आरक्षण आज ही लागू हो।
राहुल गांधी ने यहां पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जातिगत जनगणना की वकालत की और कहा, अगर हम अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को भागीदारी देने की बात करते है तो बिना जातिगत जनगणना के यह नहीं किया जा सकता है। अगर प्रधानमंत्री 24 घंटे ओबीसी की बात करते हैं… ओबीसी की इज्जत की बात करते हैं… तो फिर प्रधानमंत्री जातिगत जनगणना से क्यों डरते हैं?
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री जी अपने अगले भाषण में आप हिंदुस्तान को बता दीजिए … कांग्रेस पार्टी ने जातिगत जनगणना करवाई थी …आंकड़े आपके पास हैं… उन आंकड़ों को आप हिंदुस्तान के सामने रख दीजिए। हिंदुस्तान की जनता को दिखा दीजिए, और अगली जनगणना आप जातिगत आधार पर करवाइए … ओबीसी का अपमान मत कीजिए… ओबीसी को धोखा मत दीजिए।
कांग्रेस नेता ने महिला आरक्षण को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, भाजपा के लोग कहते हैं कि महिला आरक्षण लागू करने से पहले नयी जनगणना व नए परिसीमन की जरूरत है। यह सच नहीं है… महिला आरक्षण को लागू करने के लिए, विधानसभा व लोकसभा की 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं को आज दी जा सकती हैं। मगर इन्होंने बहाना बनाया है… ये चाहते हैं कि महिला आरक्षण दस साल में लागू हो।
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