उत्तर प्रदेश विधानसभा में विभिन्न मुद्दे को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर विपक्ष के नेता के हमले के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन पर तंज कसते हुये शुक्रवार को कहा कि जो लोग मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं वे किसानों, गरीबों, दलितों और पिछड़ों की समस्याओं को कभी नहीं समझेंगे। मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा में बाढ़ और सूखे पर बहस का समापन करते हुए कहा, जो लोग चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, वे गरीब किसानों, दलितों या पिछड़े वर्ग की समस्याओं को नहीं समझेंगे। उन्होंने उनके लिए क्या किया, यह पूरा राज्य और देश जानता है। विधानसभा में विपक्ष के नेता और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महंगाई, जलभराव, किसानों तथा आवारा पशुओं के मुद्दे पर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला।
अखिलेश ने आवारा पशुओं के मुद्दे को उठाते हुए सरकार से सवाल किया, आप इस पर काम क्यों नहीं कर रहे हैं। क्या आपके पास बजट की कमी है। अगर कुछ नहीं हो सकता है तो कम से कम आवारा सांड से जनता को बचाने के लिए सांड सफारी ही बना लें। सपा प्रमुख विधानसभा में नेता विपक्ष अखिलेश यादव के संबोधन के बाद योगी ने कहा, अपने एक घंटे के भाषण में सपा अध्यक्ष ने मुख्य विषय से भटकते हुए सिर्फ गोरखपुर में जलभराव की समस्या का जिक्र किया। योगी ने कहा, ऐसा लगता है कि 2014, 2017, 2019 और 2022 में लोगों ने जो जनादेश दिया था, वह यूं ही नहीं था। उन्होंने जोर देकर कहा, चिंता मत कीजिए, 2024 में भी खाता नहीं खुलेगा और डबल इंजन सरकार दोबारा बनेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार पहली सरकार है जिसने अन्नदाता किसानों के हित में निर्णय किये थे। हमने अपने पहले कार्यकाल में वन्य जीव और मानव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में लाने का काम किया है। अखिलेश के खिलाफ हमला तेज करते हुये योगी ने कहा कि विपक्ष के नेता गोरखपुर में जलजमाव की समस्या पर चिंता दिखा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि कैसे उनके जिले (गोरखपुर) के साथ-साथ पूरे पूर्वी जिलों को एन्सेफेलाइटिस की समस्या का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने चार बार सरकार में आने के बावजूद इस बीमारी को समाप्त करने के लिये कुछ नहीं किया।
अखिलेश ने गोरखपुर में जलभराव की समस्या को उठाते हुये कहा, नेता सदन, अपने शहर गोरखपुर में कोई ऐसी गली, मोहल्ला, सड़क बता दें जहां जलभराव न हो रहा हो। जब वह साढ़े छह साल से मुख्यमंत्री रहते हुए अपने शहर का जल भराव ठीक नहीं कर पा रहे हैं तो कोई कैसे उम्मीद करेगा कि प्रदेश में बाढ़ पर भी नियंत्रण हो जाएगा और सूखे में भी पानी मिल जाएगा। यादव ने कहा, सरकार ने कहा था कि हम किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, किसान की किस फसल की आय दोगुनी हुई।मुख्यमंत्री बतायें कि पूरे साढ़े छह साल में एक भी नयी मंडी बनाई हो, जिन फसलों की कीमत सरकार को देनी चाहिए थी, क्या उन फसलों की कीमत सरकार दे रही है, जिससे हम कह सकें कि हमारे किसानों की आय दोगुनी हो गयी है।
योगी ने कहा, एन्सेफेलाइटिस से पूर्वी उत्तर प्रदेश में चालीस साल में 50 हजार बच्चों की मौत हुई। प्रदेश में समाजवादी पार्टी को चार बार सत्ता संभालने का मौका मिला था। क्या इसके कारण जो लोग मारे गए वे पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) नहीं थे। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के मसले पर योगी ने कहा कि प्रदेश में 10 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत की सुविधा मिल रही है, वो आपके लिए जाति हो सकती है, वोट बैंक का मुद्दा हो सकता है पर हमारे लिए परिवार का हिस्सा है। हमें विरासत में जर्जर व्यवस्था मिली थी, उसे सुधारने में वक्त जरूर लगेगा मगर वहां उमड़ती भीड़ ये बताती है लोगों का इस व्यवस्था में विश्वास भी बढ़ा है। हमें एक जर्जर व्यवस्था मिली थी, और इसे सुधारने में समय लगेगा, भीड़ आ रही है और यह उनके आत्मविश्वास को दर्शाता है।