लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने एक निजी कंपनी के प्रबंधक विवेक तिवारी की पुलिस द्वारा की गई कथित हत्या पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरते हुए सोमवार कहा कि सरकार को बिना कोई देरी किए इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए। मायावती ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और सरकार इस मामले पर लीपापोती कर रही है।
#WATCH BSP Chief Mayawati says, "Aisa lag raha hai ki Uttar Pradesh mein kanoon vyavastha poori tarah dhawast ho chuki hai.", on #VivekTiwari death case pic.twitter.com/NQOgOMttZF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 1, 2018
विवेक तिवारी की कथित हत्या है जो अति निंदनीय है
उन्होंने कहा कि इस मामले में अगड़ी जाति विशेषकर ब्राहमण समाज के लोगों का कुछ ज्यादा ही शोषण एवं उत्पीडऩ हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसका ताजा उदाहरण राजधानी लखनऊ में निजी कंपनी के प्रबंधक विवेक तिवारी की कथित हत्या है जो अति निंदनीय है। दुख की इस घड़ी में हमारी पार्टी पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि मेरा सरकार से यही कहना है कि यदि उसका इसमें कोई हाथ नहीं है तो उसे बिना कोई देरी किए इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए।
इस घटना की उच्च स्तरीय जांच भी होनी चाहिए
मायावती ने कहा, हमारी पार्टी की सरकार से मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों के साथ..साथ लापरवाह वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्वाई होनी चाहिए। साथ ही इस घटना की उच्च स्तरीय जांच भी होनी चाहिए। यदि सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना चाहती है तो उसे बिना कोई देरी किए इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा, मैंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा को भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए कहा है और पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाने के निर्देश दिए हैं। मायावती ने कहा कि घटना दुखद है और सतीश मिश्र एक वकील होने के नाते खुद मामले की पैरवी करने को भी तैयार हैं।
प्रशांत चौधरी ने उन्हें कार रोकने को कहा
गौरतलब है कि एक कंपनी में कार्यरत विवेक तिवारी (38) की मौत 29 सितंबर की रात को कार्यालय से घर लौटते समय पुलिस की गोली लगने से हो गई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार सिपाही प्रशांत चौधरी ने उन्हें कार रोकने को कहा। कार नहीं रोकने पर कथित रूप से प्रशांत ने विवेक पर गोली चला दी। गंभीर रूप से घायल विवेक की इलाज के दौरान मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम में उनके सिर में गोली मिली थी। इस मामले में दोनों आरोपी सिपाही प्रशांत और संदीप को बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों को गिरफ्तारी करने के बाद शनिवार को ही जेल भेज दिया गया था। मृतक विवेक तिवारी का रविवार को लखनऊ स्थित बैकुंठधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया।