लखनऊ। वैलेंटाइन वीक के छठे दिन युवक-युवतियों ने हग डे को सेलीब्रेट किया, और एक दूसरे से गले मिलकर जीवन भर साथ निभाने का वादा किया। राजधानी लखनऊ में बुधवार को भी शहर के मॉल, पार्काें में युवक-युवतियों की भीड़ दिखायी दी। इंदिरानगर के भूतनाथ बाजार में फूलों की दुकान व गिफ्ट शॉप पर अच्छी खासी भीड़ दिखायी दी।
हर साल हग डे 12 फरवरी को मनाया जाता है। वैलेंटाइन सप्ताह का हर दिन आशिकों के लिए खास होता है। प्यार करने वाले 7 फरवरी से 14 फरवरी तक हर दिन पार्टनर के साथ प्यार भरे दिनों को सेलिब्रेट करते हैं और रिश्ते को अधिक गहरा बनाते हैं। वैलेंटाइन सप्ताह के छठे दिन यानी 12 फरवरी को हग डे मनाया जाता है। हग का अर्थ गले मिलने से है। आप जिसे भी प्यार करते हैं या अपने करीब मानते हैं, उन्हें गले लगाकर अपने अहसासों को जाहिर करते हैं। प्यार में स्पर्श रिश्ते को मजबूती देता है। पार्टनर का हाथ थामना, उसे गले लगाना ये सब हर प्रेमी करना चाहता है। हग डे का पर्व वैलेंटाइन वीक में मनाने की खास वजह है। वैलेंटाइन सप्ताह का प्यार और रोमांस के दिन है। गले लगाकर लोग बिना शब्दों में कहे किसी से अपने प्यार और देखभाल को जाहिर कर सकते हैं। गले मिलने से सुकून का अहसास होता है। प्यार करने वालों के लिए यह एक सुरक्षित महसूस करने वाला अहसास है। इसी कारण वैलेंटाइन वीक में हग डे का पर्व मनाकर कपल एक दूसरे को अपने इश्क का अहसास कराते हैं। वैसे जादू की झप्पी केवल कपल तक सीमित नहीं, इसका असर हर रिश्ते को प्रभावित करता है। मां और बच्चे का गले लगना, भाई-बहनों या दोस्तों को भी हग करके इस दिन को सेलिब्रेट कर सकते हैं।
वेलेंटाइन डे हर कपल के लिए बेहद खास
वेलेंटाइन डे हर कपल के लिए बेहद खास होता है। क्योंकि यह एक प्यार का प्रतीक है। हग डे पर हम एक—दूसरे से गले मिलकर यहीं वादा करेंगे कि एक—दूसरे के साथ जीवन भर रहे। हर परिस्थिति में साथ दें। वहीं रिचा—अभिषेक मिश्रा ने कहा कि शादी के बाद यह हमारा पहला वेलेंटाइन डे है। वेलेंटाइन वीक का हर दिन खास है। हम दोनों का मानना है कि हग डे पर एक—दूसरे से गले मिलकर कोई ऐसा वादा न करें, जो निभा ना पायें। शादी से पहले जो वादा किया उसे हमने पूरा किया। आगे भी इसपर कायम रहेंगे।
हर गुलाब अपने आप में खास
रेड रोज-रेड रोज लव, पैशन और रोमांस का सिंबल है। ये रोज ज्यादातर कपल अपने पार्टनर को देते हैैं या फिर अपने लव्ड वन को प्रपोज करने के लिए देते हैैं।
यलो रोज-यलो रोज फ्रेंडशिप और जॉय का सिंबल है। इस रोज डे पर आप अपने फ्रेंड को यलो रोज देकर उसे बता सकते हैैं कि उसकी फ्रेंडशिप आपके लिए कितनी स्पेशल है।
व्हाइट रोज-व्हाइट रोज प्योरिटी, इनोसेंस और न्यू बिगनिंग का सिंबल है। तो अगर आपकी लाइफ में भी हो कोई प्योर सोल जो इनोसेंस भी है तो उसे रोज डे पर व्हाइट रोज देना न भूलें।
पिंंक रोज-पिंक रोज ग्रेस, ग्रेटिट्यूड और एडमिरेशन का सिंबल है। अगर आप भी किसी को एडमायर करते हैैं या फिर किसी के लिए ग्रेटिट्यूड जाहिर करना चाहते हैैं तो पिंक रोज एक अच्छा आॅप्शन है।
आॅरेंज रोज-आॅरेंज रोज एक्साइटमेंट और एंथूजिआस्म का सिंबल है। इस तरह का रोज अक्सर लोग अपने पार्टनर को ये एक्सप्रेस करने के लिए देते हैैं कि वे उनके लिए कितने पैशेनेटेड और फैसीनेटेड हैैं।
सिर्फ कपल्स तक सीमित नहीं यह दिन
एक टाइम था जब लोग रोज डे को केवल कपल्स का सेलिब्रेशन मानते थे। मगर आज के टाइम में यंग जनरेशन ने अपने थॉट प्रॉसेस को ब्रॉड करते हुए इसे नॉर्मलाइज करने का भी काम किया है। इसलिए तो रोज डे पर फ्रेंड्स को यलो रोज देने का कॉन्सेप्ट तेजी से आगे बढ़ रहा है।
रेस्टोरेंट और होटल भी हुए प्रेमी जोड़ों के लिए तैयार
वेलेंटाइन डे मतलब प्यार और इजहार को लेकर मनाया जाने वाला विशेष दिन। इस दिन को मनाने के लिए युवा वर्ग खासा उत्साहित रहता है और इसका बेसब्री से इंतजार भी करता है। वहीं इस खास दिन को लेकर बाजार भी ग्रीटिंग्स, टेडीवियर सहित उपहार की विभिन्न सामग्रियों से पट गया है। रेस्टोरेंट और होटल भी वैलेंटाइन डे को लेकर तैयार हैं।
14 फरवरी वेलेंटाइन डे पर युवा वर्ग के उत्साह को लेकर शहर के गिफ्ट सेंटर, रेस्टोरेंट, होटलों में तैयारियां की गई हैं। फूल विक्रेताओं ने गुलाब के फूल के आर्डर भी लखनऊ में बुक कराएं हैं। एक फूूल विक्रेता ने बताया कि पिछली बार गुलाब का एक फूल पचास से लेकर दो सौ रुपये के बीच बिका था। बताया कि पिछले साल एक हजार पीस मंगाए थे, लेकिन इस बार करीब पंद्रह सौ पीस बुक कराए हैं और इन्हें लाने के लिए एक साथी को लखनऊ भेज दिया, जिससे फूल जल्दी से आ सकें। होटल और रेस्टोरेंट मालिकों का कहना है कि युवाओं के स्वागत की तैयारियां कर ली हैं, लेकिन चुनाव को लेकर युवाओं में ज्यादा उत्साह नहीं दिख रहा है। एक गिफ्ट सेंटर मालिक ने बताया कि 14 फरवरी को लेकर हर तरह के गिफ्ट आइटम मंगाए है।
प्यार और अपनेपन का प्रतीक किस डे आज
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वेलेंटाइन वीक के आखिरी दो-तीन दिन बेहद खास और महत्वपूर्ण होते हैं। हग डे, किस डे और फिर वेलेंटाइन डे पाटनर अलग तरीके से मनाना चाहते हैं। 13 फरवरी को हर साल किस डे मनाया जाता है। ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि किस डे क्यों मनाया जाता है। आज हम आपको बताएंगे कि हर साल किस डे 13 फरवरी को क्यों मनाया जाता है। किस डे का इतिहास फ्रांस से जुड़ा हैं। बता दें कि फ्रांस में छठवीं शताब्दी में प्रेमी प्रेमिका एक दूसरे के साथ डांस करके अपने प्यार को जाहिर करते थे, वहीं जब डांस खत्म हो जाता था तो वह आखिर में एक दूसरे को किस करते थे। इतना ही नहीं एक यह भी मान्यता है कि रूस में पहले के समय में शादी के दौरान किस करने की परंपरा थी। ऐसे में यह सिलसिला शुरू हुआ और कहा गया कि किस करने के लोग अपनी फीलिंग से जाहिर कर सकते हैं। बता दें कि प्रेमी प्रेमिका जब किस करते हैं तो इससे न केवल वह यह बताते हैं कि वे एक दूसरे से कितना प्रेम करते हैं बल्कि प्यार और भी ज्यादा बढ़ जाता है। किस का महत्व जीवन में अधिक होता है। यह न केवल दूरियों को कम कर सकता है बल्कि दुख को भी समझा सकता है। इतना ही नहीं यह भी कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के माथे पर किस करता है तो इससे न केवल दुख को कम किया जा सकता है बल्कि उदासी को भी दूर किया जा सकता है।