दसलक्षण पर्व पर डांडिया नृत्य और नाटिका का हुआ मंचन
लखनऊ। दसलक्षण पर्व के पांचवें दिन गुरुवार को जैन मंदिरों में श्रद्धालुओं ने अष्ट द्रव्य चढ़ाकर उत्तम सत्य धर्म की पूजा की। वहीं जैन मंदिरों में श्रद्धालु डांडिया पर झूमे और झूठ न बोलने का संकल्प लिया। नाटक मंचन व प्रतियोगिता के जरिए अच्छे कर्म करने की प्रेरणा दी। इंदिरा नगर जैन में उत्तम सत्य धर्म की पूजा के बाद बड़ी संख्या में मौजूद जैन धर्मावलम्बियों ने भगवान के सामने हाथ उठाकर झूठ न बोलने का संकल्प लिया। वहीं जैन नवयुवक मंडल की ओर से महाआरती और डांडिया का आयोजन किया गया। भक्तों ने भगवान की भक्ति में झूम झूम कर डांडिया नृत्य किया। जैन समाज के मंत्री अभिषेक जैन ने बताया कि सुबह विश्व शांति की कामना से शांतिधारा का सौभाग्य ऋषभ, भरत व प्रदीप, अमित जैन परिवार को प्राप्त हुआ।
तीन लोक नाटिका से दी अच्छे कर्म करने की प्रेरणा
डालीगंज जैन मंदिर में छोटे-छोटे बच्चों और महिलाओं ने लघु नाटिका का मंचन कर मनुष्यों को अच्छे कर्म करने के लिए प्रेरित किया। ज्ञानमती महिला भक्त मंडल द्वारा लघु नृत्य नाटिका तीन लोक का मंचन किया गया। नाटिका में स्वर्ग लोक, मनुष्य लोग और नरक लोक के बारे में बताया गया। दिखाया गया कि किस तरह मनुष्य अपने कर्म के अनुसार कौन सी गति में जाता है। नाटक में सुनैना जैन, शीतू, कंचन, प्रतीक्षा, श्रेया, ब्राह्मी व गरिमा ने अभिनय किया। उधर काकोरी स्थित परस धाम में जैन मुनि सुप्रभ सागर जी महाराज ने प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि सत्य मानव जीवन का शृंगार है। सत्य को पाने के लिए सत्य के विरोधी तत्व क्रोध लोभ, भय, हास्य प्रतिकूल वचन का त्याग परम आवश्यक है।
अष्ट द्रव्य से किया उत्तम सत्य धर्म का पूजन
आशियाना स्थित श्री दिगम्बर जैन मंदिर में दसलक्षण पर्व के तहत श्रद्धालुओं ने अष्ट द्रव्य (जल, चंदन, अक्षत, पुष्प नैवेद्य, दीप, धूप, फल) चढ़ाकर उत्तम सत्य धर्म का पूजन किया। शाम को महिला मंडल की ओर से तीर्थंकर का सम्पर्क नम्बर खोजिए प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जैन संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो अभय कुमार जैन, अजय जैन, संजय जैन, अल्पना, ऋतु, राखी, किरण, रिमझिम आदि ने हिस्सा लिया।