भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा शुरू किया गया UPI ऑटोपे फ़ीचर अब लोगों के लिए ज़िंदगी को और भी आसान बना रहा है। यह सेवा बिजली बिल, EMI, OTT प्लेटफ़ॉर्म सब्सक्रिप्शन, म्यूचुअल फंड SIP और बीमा प्रीमियम जैसे नियमित भुगतानों को स्वचालित रूप से समय पर प्रोसेस कर देती है। अब, आपको मासिक रिमाइंडर या भुगतान की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
UPI ऑटोपे उपयोगकर्ताओं को अपने UPI ऐप के माध्यम से भुगतान मैंडेट सेट करने की सुविधा देता है, जिसमें उनके बैंक खाते से स्वचालित रूप से कटने वाली तारीख और राशि निर्दिष्ट होती है। चाहे मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक, यह सुविधा पूरी तरह से सुरक्षित और पारदर्शी है। उपयोगकर्ताओं को प्रत्येक डेबिट लेनदेन से पहले सूचनाएँ मिलती हैं, जिससे पूर्ण नियंत्रण सुनिश्चित होता है।
यह सुविधा उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जिनके पास अलग-अलग समय पर आने वाले कई बिल हैं। अब, सभी भुगतान समय पर प्रोसेस हो जाएँगे, जिससे बिल में देरी या जुर्माने की परेशानी खत्म हो जाएगी। ग्राहक अपने UPI ऐप से किसी भी समय मैंडेट बदल, रोक या रद्द भी कर सकते हैं।
UPI ऑटोपे ने नेटफ्लिक्स और डिज़नी+ हॉटस्टार जैसे OTT प्लेटफ़ॉर्म के लिए सब्सक्रिप्शन नवीनीकरण को भी बेहद आसान बना दिया है। इसके अलावा, EMI और SIP जैसी वित्तीय प्रतिबद्धताएँ भी बिना किसी देरी के पूरी हो जाती हैं। इस सुविधा की लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है और यह भारत के डिजिटल भुगतान को नई ऊँचाइयों पर ले जा रही है।
NPCI के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 तक, UPI ऑटोपे ने 53% से ज़्यादा आवर्ती लेनदेन को कवर कर लिया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में तीन गुना वृद्धि है। यह तेज़ी से बढ़ता रुझान दर्शाता है कि लोग डिजिटल भुगतान की सहजता, आत्मनिर्भरता और सुरक्षा को कितना महत्व देते हैं।
सरलता, सुरक्षा और गति इस तकनीक की प्रमुख खूबियाँ हैं। उपयोगकर्ताओं को अब कई बिलों की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि UPI ऑटोपे उनके लिए सब कुछ संभाल लेता है। यह सुविधा भारत में कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने में भी मदद कर रही है, और भविष्य में इसकी पहुँच और बढ़ेगी।





