लखनऊ। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने गुरुवार को कहा कि प्रदेश सरकार की इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग नीति के वजह से उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रानिक्स उद्योग के लिए एक अनुकूल वातावरण बना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा उद्योगों तथा व्यवसाय को अनुमतियों के लिए देश का सबसे बड़ा ऑनलाइन सिंगिल विंडो पोर्टल आरम्भ किया गया है। इससे कार्यप्रणाली में गति तथा पारदर्शिता आई है निवेशकों में सुरक्षा की भावना आई है और भरोसा उत्पन्न हूआ है। प्रदेश की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भी सुधार हुआ है।
इन्वेस्ट इंडिया एक्सक्लूसिव इन्वेस्टमेन्ट फोरम द्वारा इलेक्ट्राॅनिक्स सिस्टम डिजाइन एण्ड मैन्युफैक्चरिंग (ईएसडीएम) के सम्बन्ध में आयोजित किए गए वेबिनार (ऑनलाइन संगोष्ठी) में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अवस्थापना एवं औद्योगिक निवेश नीति के अलावा इण्डस्ट्री संबंधी नीतियां लागू की गई हैं। प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्ट-अप नीति-2017 और यूपी इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण नीति-2017 चल रही हैं।
ऑटोमोबाइल, दूरसंचार, सौर ऊर्जा इत्यादि क्षेत्रों पर विशेष ध्यान सहित, सम्पूर्ण राज्य में इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण के विस्तार के उद्देश्य से प्रदेश की वर्तमान इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण नीति को संशोधित किए जाने पर भी काम किया जा रहा है, जिससे निवेशकों को एक अनुकुल वातावरण प्राप्त हो और वह दीर्घकालीन अवधि हेतु व्यवसायिक इकाइयों की स्थापना के लिए उत्तर प्रदेश में निवेश करें।
शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित हुआ है। सरकार के प्रयासों के वजह से अनेक प्रतिष्ठित इलेक्ट्रानिक्स उपकरण और कम्पोनेन्ट्स निर्माता कम्पनियॉं पूंजी निवेश के लिए यूपी में आ रही हैं। ईकोटेक-6, ग्रेटर नोएडा के 100 एकड क्षेत्र में एक इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी) विकसित किया जा रहा है।
इसके अलावा इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों की स्थापना हेतु अनेक निवेशक सरकार के सम्पर्क में हैं। मोबाइल निर्माण के क्षेत्र में देश के 50 प्रतिशत से ज़्यादा पूंजी निवेश केवल उत्तर प्रदेश में हो रहा है। उन्होंने प्रदेश में निवेश हेतु निवेशकों को आमंत्रित भी किया और कहा कि यूपी निवेशकों कि भावी व्यवसायिक परियोजनाओं के लिए आदर्श स्थल हो सकता है।





