लखनऊ। यूपी ATS ने PFI ने बुधवार को प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के सक्रिय सदस्य मुनीर आलम को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया। मुनीर आलम पीएफआई पर प्रतिबंध लगने के बाद से हिडन एजेंडा के लिए कम कर रहा था।
गिरफ्तार किये गये मुनीर आलम को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पीएफआई को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई थी। सूत्रों की मानें तो मुनीर पीएफआई की एडहॉक कमिटी का सदस्य भी रहा है। मुनीर आलम को यूपी एटीएस ने मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया।
ATS और PFI शुरूआती पूछताछ में मुनीर आलम ने माना कि बीते साल गिरफ्तार हुए मौलाना शादाब के संपर्क में आने के बाद वह पीएफआई का सदस्य बना था। मुनीर 2015 से ही प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के लिए सक्रिय तौर पर काम कर रहा था। वह कई बार पीएफआई के शाहीन बाग स्थित मुख्यालय भी गया था। 2017 में उसे पीएफआई की उत्तर प्रदेश यूनिट का एडहॉक कमिटी का मेंबर बनाया गया था।
मुनीर को ATS और PFI की तरफ से फंडिंग भी की जाती थी। संगठन पर प्रतिबंध लगने के बाद भी मुनीर आलम पीएफआइ के प्रचार प्रसार में लगा था। वह लोगों के बीच जाकर संगठन की प्रचार सामग्री भी बांट रहा था। यूपी एटीएस ने बीते साल मौलाना शादाब, मौलाना साजिद, मौलाना इस्लाम कासमी और मुफ्ती शहजाद को मेरठ के खरखोदा से गिरफ्तार किया था।