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अवैध शराब के व्यवसाय से चैनपुरवा गांव को निकालने की अनूठी पहल

-राज्यपाल की प्रेरणा से राजभवन में बाराबंकी चैनपुरवा कायाकल्प फाउंडेशन नारी शक्ति सम्मान समारोह संपन्न
-108 महिलाओं को साड़ी तथा पांच एसएचजी की महिलाओं को पारिश्रमिक के तौर पर प्रत्येक को 12,500 का दिया चेक

विशेष संवाददाता लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यह हम सबके लिए प्रेरणा प्राप्त करने का अवसर है। वर्षों तक चले आ रहे अवैध शराब के व्यवसाय से चैनपुरवा गांव को निकालने की अनूठी पहल व महिलाओं के आय सृजन के लिए विभिन्न रोजगारपरक व्यवसायों में उन्हें संलग्न कर समाजिक बदलाव लाने के लिए डॉ. अरविंद चतुवेर्दी एवं पूरी टीम को राज्यपाल ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि समाजिक परिवर्तन के लिए लोगों को तैयार करना, उनमें विश्वास पैदा करना और समझाना कठिन होता है। ऐसे लोगों का विश्वास जीतना महत्वपूर्ण है।

राज्यपाल की प्रेरणा से राजभवन में बाराबंकी के गांव चैनपुरवा कायाकल्प फाउंडेशन नारी शक्ति सम्मान समारोह संपन्न हुआ। गौरतलब है कि बाराबंकी के चैनपुरवा गांव में निवासी अवैध शराब बनाने के कार्य मे संलिप्त थी। चैनपुरवा कायाकल्प फाउंडेशन के तहत तत्कालीन पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुवेर्दी के नेतृत्व में गांव की महिलाओं की दशा में बदलाव लाते हुए उन्हें विभिन्न रोजगारपरक और आय सृजन के कार्यक्रमों में शामिल कर सामाजिक बदलाव लाया गया। इसी क्रम में आज राजभवन में इन महिलाओं को सम्मानित किया गया।

चैनपुरवा गांव की महिलाओं द्वारा बीज वैक्स के माध्यम से दीपक बनाने के कार्य की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि दीपक जलता है, तो प्रकाश आता है, अंधेरा दूर होता है। यदि जीवन में उजाला लाना है तो दीपक जलाना पड़ेगा और दीपक जलाने वालों को आगे लाना होगा। सामाजिक बदलाव को महिलाओं के माध्यम से करने को राज्यपाल ने बेहतर कार्य बताया और कहा कि आज एक गांव में बदलाव आया है इससे दूसरे गांव में संदेश जाएगा।

राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के परिश्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह परिवर्तन महिलाओं के परिश्रम के बदौलत है। राज्यपाल ने कहा कि समाज में परिवर्तन लाना है तो महिलाओं को पढ़ना पड़ेगा उन्हें शिक्षा प्रदान करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं आगे आई हैं और महिलाओं के द्वारा किए जा रहे कार्यों से उनके पति भी जुड़े हैं। राज्यपाल ने महिलाओं को बाल विवाह व दहेज प्रथा के बहिष्कार करने के लिए प्रेरित किया।

समारोह में राज्यपाल द्वारा चैनपुरवा गांव से आयी 108 महिलाओं को साड़ी भेंट कर सम्मानित किया गया तथा पांच स्वयं सहायता समूह की प्रतिनिधि पांच महिलाओं को बीज वैक्स के दीपक बनाए जाने के लिए पारिश्रमिक के तौर पर प्रत्येक को 12,500 का चेक प्रदान किया।

कार्यक्रम में चैनपुरवा गांव की महिला द्वारा राज्यपाल को बीजवैक्स के दीप भेंट किये गये तथा चैनपुरवा की कहानी व गांव की आकांक्षा को गांव की बेटी शुभ्रा द्वारा व्यक्त किया गया।

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