- रामजन्मभूमि ट्रस्ट की हुई बैठक, बदलेगा राम मंदिर का डिजाइन
- तीन की जगह अब बनेंगे 5 गुंबद, 161 फीट ऊंचा होगा राम मंदिर
- राष्ट्र मंदिर का भी होगा निर्माण, 10 करोड़ परिवारों से लेंगे धन
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में शनिवार को रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक करीब दो घंटे तक चली । इस बैठक में ट्रस्ट के सभी सदस्य मौजूद रहे और मंदिर निर्माण को लेकर तमाम बिंदुओं पर उन्होंने विचार-विमर्श किया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बैठक के बाद बताया कि बैठक में राम मंदिर के स्वरूप पर भी चचा हुई । राम मंदिर के डिजाइन में बदलाव होगा। राम मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा । पहले मंदिर में तीन गुंबद बनने थे, लेकिन अब पांच गुंबद बनाने का ट्रस्ट की बैठक में निर्णय लिया गया है।
राम मंदिर का मॉडल विश्व हिंदू परिषद का ही रहेगा, लेकिन उसकी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए तिथि का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद करेंगे। निर्माण स्थल से प्राप्त हुए मिट्टी के अवशेषों पर सभी सदस्यों ने प्रसन्नता जाहिर की। मिट्टी की ताकत की रिपोर्ट आने के बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि मंदिर की नींव कितनी गहरी रखी जाएगी। इसके लिए 60 मीटर नीचे से मिट्टी के सैंपल लिए जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी लार्सेन एंड टूब्रो कंपनी को सौंपी गई है।
मंदिर निर्माण के लिए समाज से ली जाएगी आर्थिक सहायता
उन्होंने कहा कि मंदिर की नई डिजाइन और अन्य सारे प्राथमिक काम पूरे होने के बाद ही उसके निर्माण तिथि की गणना शुरू की जाएगी। मंदिर निर्माण के लिए समाज से आर्थिक सहायता ली जाएगी। देश के चार लाख इलाकों में 10 करोड़ परिवार से संपर्क कर धन संग्रह किया जाएगा, इसके बाद ही मंदिर का निर्माण शुरू किया जाएगा।इसके लिए 10 लाख आवासीय क्षेत्रों को चिन्हित किया जा चुका है। कोरोना महामारी के कारण अगर लॉकडाउन की स्थिति अनुकूल नहीं रहती है, तो काम देरी से हो सकता है।
तीन से साढ़े तीन वर्ष में तैयार हो जाएगी मंदिर
निर्माण शुरू होने के बाद अधिकतम तीन से साढ़े तीन वर्ष में मंदिर तैयार हो जाएगी। राय ने कहा कि जहां मंदिर बनना है उस स्थान पर मलबे को धीरे धीरे हटाकर समतल बनाया गया है ताकि काम करने वालों को आसानी हो सके इसमें मंदिर के शिलान्यास की तारीख को लेकर चर्चा हुई। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा कि पीएमओ को 3 व 5 अगस्त तारीख भेजी गई है। वहां से मंजूरी के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री को अयोध्या आने का भेज चुके हैं निमंत्रण पत्र
ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा कि कि राम मंदिर के साथ राष्ट्र मंदिर भी बनेगा, जिसका शुभारंभ मोदी करेंगे। ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास प्रधानमंत्री को अयोध्या आने का निमंत्रण पत्र भेज चुके हैं। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र समेत 12 सदस्य शामिल हुए। तीन सदस्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद थे। मणिराम छावनी मठ के महंत कमल नयन दास ने कहा- मंदिर निर्माण जल्द शुरू होगा। संतों की मांग है कि प्रधानमंत्री जल्द यहां आकर निर्माण शुरू कराएं।
वे पहले ही आने वाले थे पर कोरोना संकट से कार्यक्रम टल गया। बैठक के पहले बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर जो संत समाज चाहता है, वही मैं भी चाहता हूं। अंसारी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मस्जिद के लिए जो 5 एकड़ भूमि मुस्लिम समाज को दी गई है, उस पर एक अस्पताल और एक स्कूल का निर्माण किया जाए।