- ट्रंप और बाइडेन के बीच पहली अधिकारिक बहस, नस्लवाद, अर्थव्यवस्था समेत कई मुद्दों पर चर्चां
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के बीच मंगलवार की रात को राष्ट्रपति चुनाव की पहली आधिकारिक बहस (प्रेसिडेंशियल डिबेट) में कोविड-19 महामारी, नस्लवाद, अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन समेत कई मुद्दों पर जोरदार चर्चा हुई।
डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के भारतीय-अमेरिकी समर्थक राष्ट्रपति चुनाव की पहली आधिकारिक बहस के निष्कर्ष को लेकर विभाजित हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का पहला प्रेसिडेंशियल डिबेट ओहायो के क्लीवलैंड में 90 मिनट तक चला। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर जो बिडेन उनकी जगह राष्ट्रपति होते तो अमरीका में कहीं ज्यादा मौतें होतीं।
ट्रंप ने कोरोना वायरस से मौतों को लेकर भारत पर भी आरोप लगाया। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी जो बिडेन के सवाल उठाने पर ट्रंप ने कहा कि आप नहीं जानते हैं कि भारत, चीन और रूस में कितने लोग मारे गए हैं। भारत, चीन और रूस ने मृतकों की संख्या छिपा रहे हैं।
ओहायो के क्लीवलैंड में पहली बहस के दौरान ट्रंप ने कहा कि उन्हें उच्चतम न्यायालय के लिए किसी न्यायाधीश को नामित करने का अधिकार है, वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी से उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन ने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले को यह काम करना चाहिए।
ट्रंप से न्यायमूर्ति रूथ बेडर गिन्सबर्ग के निधन से रिक्त हुए पद के लिए न्यायाधीश एमी कोनी बैरेट को नामित करने पर सवाल किया गया था। ट्रम्प ने कहा, हमने चुनाव जीता है और हमें यह करने का अधिकार है। इस पर बाइडेन ने असहमति जताते हुए कहा, उच्चतम न्यायालय के लिए किसी व्यक्ति को नामित करने में अमेरिकी लोगों को अपनी राय देने का अधिकार है और ऐसा तब होता है जब वे अमेरिकी सीनेटर और अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए वोट देते हैं।