लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कहा कि हिंसा में लिप्त प्रत्येक व्यक्ति को चिन्हित करके उसकी प्रॉपर्टी जब्त करेंगे, फिर नीलामी कर पब्लिक प्रोपर्टी के नुकसान की भरपाई करेंगे। उन्होंने कहा विपक्षी दलों की शह पे उपद्रव हुआ है। विपक्षी दल अनावश्यक भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं।
दरअसल, नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए ) को लेकर कई दिनों से चल रहे हो बवाल ने गुरुवार को लखनऊ में एक बार फिर तूल पकड़ लिया। पूरा लखनऊ अशांत होकर आग की लपटों में घिर गया। जिलों में सरकारी संपत्ति का बड़ा नुकसान होने पर उन्होंने प्रदेश के शीर्ष अधिकारियों को तलब किया है। इसके साथ ही कहा कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले चिन्हित हो रहे हैं, उनकी सारी संपत्ति जब्त करने के बाद हम लोग नुकसान की भरपाई करेंगे।
लोकभवन में अधिकारियों के साथ बैठक से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है। लखनऊ और संभल में दंगा करते लोग हमको सीसीटीवी में दिखे हैं। कई जगह प्रदर्शन के दौरान पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं। इन सभी ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। बेहद उन्मादी लोगों की हम लोग संपत्ति जब्त करने के साथ नुकसान की भरपाई करेंगे। लखनऊ और सम्भल में उपद्रव के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसमें शामिल सभी लोगों पर कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही साथ इनकी संपत्ति जब्त करके नुकसान का जुमार्ना भी लिया जायेगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा लोकतंत्र में सभी को प्रदर्शन का अधिकार है लेकिन हिंसा की कोई जगह नहीं। हिंसा में लिप्त प्रत्येक व्यक्ति को चिन्हित करके उसकी प्रॉपर्टी जब्त करेंगे, फिर नीलामी कर पब्लिक प्रोपर्टी के नुकसान की भरपाई करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा विपक्षी दलों की शह पे हुआ उपद्रव। विपक्षी दल अनावश्यक भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सम्पतियों को नुकसान पहुंचाया गया और आगजनी हुई, ऐसी उपद्रवी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकरण पर मैंने बैठक बुलाई है। मेरा मानना है कि आप विरोध के नाम पर हिंसा में शामिल नहीं हो सकते। हम ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। हम लोग दोषी पाए गए लोगों की संपत्ति जब्त करेंगे और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की भरपाई करेंगे। उन्होंने लोक भवन में मुख्य सचिव आरके तिवारी के साथ डीजीपी ओपी सिंह तथा अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी को तलब किया है। उन्होंने लखनऊ के बिगड़े हालातों को देखते हुए तुरंत बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सारे घटनाक्रम से बेहद नाराज हैं।