- आवागमन के लिए बेहतर ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाये
- स्वच्छता एवं सुरक्षा का दिया जाये विशेष ध्यान
- कोरोना प्रोटोकॉल का हो कड़ाई से पालन
लखनऊ। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने मंगलवार को कहा कि वृंदावन (मथुरा) संत समागम में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह असुविधा नहीं होनी चाहिये। श्रद्धालुओं और आम जन को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिये बेहतर ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाये। समागम के दौरान स्वच्छता एवं सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाये।
मुख्य सचिव की वृंदावन (मथुरा) में संत समागम की तैयारी के संबंध में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समागम के लिए जिन स्वीकृत कार्यों की निविदा की कार्यवाही बची हुई है, उन्हें प्राथमिकता पर पूरा कर काम शुरू कराया जाये। मंडलायुक्त आगरा द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर समय से सारे कार्यों को पूरा कराने के लिए नियमित मॉनिटरिंग की जाये। उन्होंने कहा कि आयोजन में कोरोना प्रोटोकाल एवं इस बारे में जारी एडवाइजरी एवं निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाये।
इससे पहले बैठक में बताया गया कि हर हरिद्वार कुंभ से पहले वृन्दावन में वैष्णव संतों की एक बैठक परंपरागत रूप से होती है, जिसे वृन्दावन कुंभ बैठक कहा जाता है। यह आयोजन वृन्दावन परिक्रमा मार्ग और यमुना नदी के मध्य भू-भाग पर होता है। इस साल यह आयोजन 16 फरवरी से 28 मार्च तक किया जाना प्रस्तावित है। इस अयोजन के लिए लगभग 56 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गयी है।
संत समागम के लिए की जा रही तैयारियों का प्रस्तुतीकरण करते हुये बताया गया कि इस दौरान नगर निगम द्वारा साफ-सफाई के लिए 750 सफाई कर्मचारियों को 03 पालियों में तैनात किये जाने के लिए और अस्थाई सार्वजनिक शौचालय, मूत्रालय व स्नानागार के निर्माण के लिए निविदा की कार्यवाही चल रही है। प्रकाश व्यवस्था के लिए 300 एलईडी लाईट लगाने के कार्यादेश जारी किया जा रहा है और जल निकासी एवं अतिरिक्त व्यवस्थायें इत्यादि का कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
इसके अलावा लोक निर्माण विभाग द्वारा जंगल क्लीनिंग व समतलीकरण का कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। विभाग द्वारा 332.60 लाख रुपये में मेला परिसर के लिए लिंक मार्ग के रूप में 04 सड़कों (लगभग 8.010 किमी लंबाई) का सुदृढ़ीकरण में से 03 कार्य पूरे हो चुके हैं, 01 अवशेष कार्य 20 जनवरी तक पूरा कर लिया जायेगा। पर्यटन विभाग द्वारा श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित थीम पर 08 प्रवेश द्वारों का निर्माण किया जायेगा, जिसके लिये निविदा की कार्यवाही चल रहा है।
संस्कृति विभाग द्वारा सांस्कृतिक मंचों पर प्रतिदिन 03 टीमों द्वारा शास्त्रीय-उप शास्त्रीय कार्यक्रम का आयोजन प्रस्तावित है। कृष्ण एवं ब्रज संस्कृति और हरिद्वार कुंभ पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन और कुंभ गाथा प्रदर्शनी उज्जैन, नासिक, प्रयागराज व हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुंभ मेलों से संबंधित ऐतिहासिक अभिलेखों की प्रदर्शनी व पुस्तक का प्रकाशन किया जायेगा। 13 रासलीला दलों व स्थानीय कलाकारों द्वारा रास लीला की प्रस्तुतियां एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।