लखनऊ। उत्तर प्रदेश के काबीना मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा है कि मंदिर का मामला उच्चतम न्यायालय में लम्बित है और सुप्रीम कोर्ट हमारा है। हालांकि बाद में वर्मा ने मामले में सफाई देते हुए कहा कि हमारा से उनका मतलब हिन्दुस्तान के लोगों से था। वर्मा ने गत शनिवार को बहराइच में संवाददाताओं से बातचीत की थी, जिसका वीडियो वायरल हुआ है।
भाजपा राम मंदिर के मुद्दे पर नहीं, बल्कि विकास के मुद्दे पर सरकार में आयी
उसमें वह कहते दिख रहे हैं कि भाजपा राम मंदिर के मुद्दे पर नहीं, बल्कि विकास के मुद्दे पर सरकार में आयी है….लेकिन मंदिर हमारा आराध्य है, मंदिर बनेगा। मंदिर बनाने के लिये हमलोग कृत संकल्पित हैं। यह पूछने पर कि राम मंदिर का मुद्दा उच्चतम न्यायालय लंबित है तो ऐसे में इसके लिए कैसे कृत संकल्पित हैं, वर्मा ने कहा सुप्रीम कोर्ट में है तभी तो, सुप्रीम कोर्ट भी तो हमारा ही है ना, कार्यपालिका भी हमारी है, विधानपालिका भी हमारी है, देश भी हमारा है, मंदिर भी हमारा है। इस बीच, वर्मा ने बताया कि हमारा से उनका मतलब देश के 125 करोड़ लोगों से है।
भैया पूरा देश हमारा है। मंदिर भी हमारा है
इसका मतलब भाजपा से कतई नहीं है। मैंने यह कभी नहीं कहा कि उच्चतम न्यायालय मेरा या मेरी सरकार का है। हमारा से मतलब हम सबसे है। उन्होंने कहा जब मुझसे पूछा गया कि अयोध्या में राम मंदिर कैसे बनेगा, तो मैंने कहा कि भैया पूरा देश हमारा है। मंदिर भी हमारा है, कार्यपालिका भी हमारी है और विधायिका भी। वे सभी हम सब लोगों के हैं। वर्मा का यह बयान उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कोई रास्ता नहीं निकला तो सरकार राम मंदिर बनाने के लिये संसद से कोई रास्ता निकालेगी।