लखनऊ। राजधानी में खूब होली का उल्लास और रौनक दिखाई दी। बच्चे, बड़े और बुजुर्ग सभी रंगो के त्योहार की खुशियों में डूबते उतराते नजर आए। लखनऊ में होली के हुड़दंग का अलग ही रंग दिखाई दिया। कालोनियों, मुहल्लों से लेकर गोमती घाट तक लोग रंगों में सराबोर होकर नाचते गाते नजर आए। नवाबी शहर में हर रंग देखने को मिला। बलम पिचकारी जो तूने मुझे मारी…, होलिया में उड़े रे गुलाल और होली के दिन दिल खिल जाते हैं जैसे गीतों की मस्ती के बीच बच्चे, युवा, महिलाएं व बुजुर्ग एक साथ शामिल होकर एक दूसरे को ऐसा रंग लगाया कि पहचानना मुश्किल हो गया। नीला, पीला, हरा, गुलाबी, बैगनी रंगों में लिपटे लोगों ने खूब मस्ती की। गुलाल लगाकर गले मिलकर लोगों ने एक दूसरे को बधाई दी। पुराने लखनऊ, आशियाना, कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी, अलीगंज व इंदिरानगर समेत कई इलाकों में होलिका दहन के साथ रंगोत्सव शुरू हुआ।
मैं कैसै होरी खेलूंगी सांवरिया:
कई स्थानों पर प्राकृतिक रंगों और फूलों से लोगों ने होली खेलकर रंगोत्सव मनाया। एक दूसरे पर फूलों से बने गुलाल और गुलाब की पंखुड़ियों को फेंककर होली की बधाई दी। आशियाना के सेक्टर.के स्थित द्विवेदी पार्क में आशियाना परिवार की ओर से फूलों की होली के साथ ही फगुआ का आयोजन किया गया। आशियाना परिवार के अध्यक्ष आरडी द्विवेदी के संयोजन में आयोजित उत्सव में निवासियों के साथ ही कई गणमान्य लोग शामिल हुए। आलमबाग के समर विहार कॉलोनी, कृष्णानगर के मानसनगर सहित कई इलाकों में प्राकृतिक रंगों के संग होली मनाई गई।
अबीर, गुलाल व रेन डांस के साथ मनी होली:
प्रेम का त्यौहार होली को रंग, गुलाल और रेन डान्स के साथ सरस्वती पार्क विराट खन्ड गोमती नगर के लोगो ने खुब धूमधाम से मनाया। आस्था, श्रृद्धा, विश्वास के पावन पर्व मे बडेÞ, बच्चे, बुढे और महिलाओ ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। अन्य जगहो से भी लोग रंग और गुलाल लेकर और टोली बनाकर सरस्वती पार्क मे आते गये और होली का त्यौहार बड़े ही मस्ती से मनाते गये। होली के पर्व की खुशी बच्चे अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर दोगुना कर रहे थें वही महिलायें, बडेÞ बुजुर्गो ने भी एक दुसरे को रंग, अबीर और गुलाल लगाकर माहौल को खुशनुमा बनाया। इस उमंग के पर्व होली को भव्य रूप से मनाने के लिये कालोनीवाशियो ने कई दिन से खूब मेहनत की थी। विराट खन्ड गोमती नगर सरस्वती पार्क के लोग इस पर्व मे खूब बढचढ कर हिस्सा लिये और सभी गिले शिकवे भूलकर अबीर संग होली खेली इस मौके पर महिलाये और बच्चो ने पानी के बौझारो पर रेन डान्स कर खूब धमाल मचाया। इस दौरान लोगो ने गुझिया से एक दुसरे का मुह भी मीठा कराया।
यहां भी दिखा होली का उल्लास:
आलमबाग के समर विहार कॉलोनी के बड़े पार्क में मेघना अठवानी की ओर से एकता और सद्भाव की होली खेली गई। मानसरोवर मार्केट में उमेश श्रीवास्तव और रवि कुमार के संयोजन में आयोजित होलिकोत्सव में सभी लोगों ने हिस्सा लिया। आशियाना में अवध व्यापार मंडल की ओर से आयोजित होली में अध्यक्ष ओपी आहूजा ने सभी को रंगोत्सव की बधाई दी। मानसनगर में भी होली का उल्लास देखते ही बना। गणेश चंद्र जोशी के संयोजन में आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में समाज के कई लोगों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी। महानगर में महेंद्र पंत की ओर से होलिकोत्सव का आयोजन हुआ।
श्रीमहाकाल मंदिर परिसर में फूलों की होली:
राजेंद्र नगर स्थित श्रीमहाकाल मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं ने एक कुंटल फूलों और गुलाल से होली खेली। मंदिर के संयोजक अतुल मिश्रा ने बताया कि रंगों की शाम मेरे महाकाल के नाम से हुए आयोजन में महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों ने फूलों व गुलाल की होली खेली। मंदिर में महाकाल बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया। रूद्राभिषेक और आरती कर लोगों के स्वास्थ्य की कामना की गई।
तीन हजार से अधिक स्थानों पर विधि विधान से हुआ होलिका दहन

लखनऊ। शहर के अधिकतर गली चौराहों पर गुरुवार को होलिका दहन किया गया। विधि विधान से होलिका दहन पूजा पाठ के साथ किया गया। जिमसें गोबर के उपले, गेंहू की बालिया और गन्ने भी डाले गए। होलिका दहन के बाद युवाओ ने पूरी रात डांस और मस्ती की।
गुरुवार को भद्रा समाप्त होने के बाद रात 11:28 पर होलिका दहन शुरू हुआ। चौक, अमीनाबाद, गणेश गंज, इंदिरा नगर, महानगर, निशातगंज, राजाजीपुरम, आलमबाग, कृष्णा नगर, आशियाना समेत 3000 से अधिक स्थानों पर होलिका दहन किया गया। शहर को पांच जोन मध्य, दक्षिण, उत्तरी, पूर्वी एव पश्चिम जोन में बांट कर होलिका दहन की व्यवस्था की गई थी। जिसके अंतर्गत मध्य जोन में 1170 स्थान, दक्षिण जोन में 985, उत्तरी जोन में 704, पूर्वी जोन में 418, पश्चिम जोन में 397 स्थानों पर होलिका दहन हुआ। इस दौरान पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था रही। होलिका दहन से पूर्व ही चौराहों पर होलियारों का उत्साह देखा जा सकता था। होली गीतों से सड़के गूंजती रही और एक दूसरे पर रंग डाल होली की बधाई दी गई। बाजार में रौनक रही। गुझिया, पापड़ व होली के लिए अन्य पिचकारी, गुलाल, रंग की बिक्री होती रही।
ढोल-नगाड़ों की धुन पर झूमते रहे लोग

लखनऊ। होली का उल्लास गुरुवार शाम से इस कदर बढ़ा कि होलिका दहन से पूर्व लोग होली गीतों पर झूमते-गाते रात का इंतजार करने लगे। इस वक्त गंगा-जमुनी संस्कृति की प्रतीक लखनऊ की सरजमीं पर हर तरफ होली गीत गूंज रहे और उड़ रहा रंग गुलाल। होलिका दहन से पूर्व मारवाड़ी समाज ने ठंडी होली का पूजन किया। चौक में विनोद माहेश्वरी, चौपटिया में आशीष अग्रवाल, अशोक कुमार गौड़ समेत समाज के अन्य लोगों ने परिवार समेत विधिवत होलिका का पूजन किया। इसके बाद सामूहिक होली जलाई गई।