एसएनए के वाल्मीकि रंगशाला में नाटक का मंचन
लखनऊ। रंगयात्रा नाट्य संस्था द्वारा ज्ञानेश्वर मिश्र ज्ञानी लिखित एवं निर्देशित काकोरी काण्ड पर आधारित नाट्य कृति द ट्रैन एक्शन डे का संस्कृत भाषा में सफल मंचन संस्कृत संस्थानम,उत्तर प्रदेश के सहयोग से बाल्मीकि रंगशाला में हुआ। क्रांतिकारियों को आजादी के मिशन को पूरा करने के लिए धन की आवश्यकता थी इसलिए राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में 8 डाउन सहारनपुर पैसेंजर ट्रैन में आ रहे ब्रिटिश खजाने को लूटने की योजना बनायीं गयी। इस योजना में अशफाक उल्ला खां,बावरी लाल,चंद्रशेखर आजाद, ठाकुर रोशन सिंह, मन्मनाथ, राजेंद्र प्रसाद लाहड़ी आदि ने मिलकर ब्रिटिश खजाने को काकोरी स्टेशन से कुछ दूर ट्रैन जाने पर उसकी चैन खींचकर रोका और लूटा ’खजाने को लूटकर ले जाते समय बनवारी लाल की चादर वहीं पर छूट जाती है’ पुलिस धोबी के माध्यम से बनवारी लाल को पकड़कर पूछताछ करती है और सभी लोग पकड़ लिए जाते हैं। जब सब कोर्ट में जज के सामने पेश किये जाते हैं तब सब अजीमाबादी की गजल ‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है गा कर जज को चिढ़ाते हैं। नाटक में सरकारी वकील जगतनारायण मुल्ला और बिस्मिल की तीखी बहस का दृश्य बड़ा ही रोचक दिखलाया है।
नाटक में मंच पर विश्वास श्रीवास्तव,सौरभ यादव, गिरिराज शर्मा,आदर्श पांडेय मुकुल चौहान, संकल्प शुक्ल, मोनिका अग्रवाल, आशीष सिंह गुलशन यादव, संदीप देव, निरुपमा राहुल, ज्योति सिंह पीहू गुप्ता नीरज शब्द ने सशक्त अभिनय किया नाटक में संगीत आदित्य शर्मा, प्रकाश तमाल बोस,मुख सज्जा नीमा गुप्ता एवं मंच सज्जा उमंग फाउंडेशन की थी ।