राम मंदिर का निर्माण 2025 तक पूर्ण होगा। मंदिर के भूतल का 80 प्रतिशत निर्माण हो चुका है। अगले वर्ष 24 जनवरी तक भूतल पर ही निर्मित गर्भगृह में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है। इसके लिए पीएम मोदी से समय मांगा गया है। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी 22 जनवरी को रामनगरी आ सकते हैं। हालांकि इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पीएम मोदी से 22 जनवरी को अयोध्या आ सकते हैं
अयोध्या, ऑनलाइन डेस्क। अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में अगले साल 16 से 24 जनवरी के बीच भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की जानी है। हालांकि, अभी कोई डेट तय नहीं की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगा गया है। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी 22 जनवरी को रामनगरी आ सकते हैं। हालांकि, इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
80 प्रतिशत निर्माण पूरा
बता दें कि तीन तल के राम मंदिर का निर्माण तो 2025 तक पूर्ण होगा। हालांकि, मंदिर के भूतल का 80 प्रतिशत निर्माण हो चुका है। अगले वर्ष 24 जनवरी तक भूतल पर ही निर्मित गर्भगृह में रामलला की स्थापना होनी है।
राम मंदिर के तीनों तल पर कुल 392 स्तंभ होंगे प्रयुक्त
राम मंदिर में तीनों तल पर कुल 392 स्तंभ प्रयुक्त होने हैं और प्रत्येक स्तंभ पर शुभता, कला एवं भव्यता की पर्याय यक्ष-यक्षिणियों और कुछ चुनिंदा देवी-देवताओं की मूर्तियां उत्कीर्ण की जानी हैं।
भूतल में प्रयुक्त हुए हैं 166 स्तंभ
भूतल में 166 स्तंभ प्रयुक्त हुए हैं और अपनी जगह पर स्थापित होने के बाद से इन स्तंभों पर मूर्तियां उत्कीर्ण किए जाने का काम चल रहा है। अभी यह काम शुरुआती दौर में है, लेकिन 200 से अधिक विशेषज्ञ शिल्पियों के प्रयास से नवंबर तक भूतल के सभी स्तंभों को मूर्तियों से युक्त किए जाने की योजना है। भूतल के फर्श की निर्माण योजना को भी अंतिम रूप दिया जा चुका है और इसी माह फर्श निर्माण भी शुरू किए जाने की तैयारी है।
दर्शनार्थियों की संख्या प्रतिदिन एक लाख के आसपास होने का अनुमान
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का अनुमान है कि नवनिर्मित मंदिर में स्थापना के बाद रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या प्रतिदिन एक लाख के आसपास होगी और स्थापना के अवसर पर यह संख्या पांच लाख तक हो सकती है। ऐसे में श्रद्धालुओं के आवागमन का व्यापक प्रबंध भी सुनिश्चित किया जाना ट्रस्ट की प्राथमिकताओं में शुमार है।