नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए लड़ने वाले लोगों को देश कभी नहीं भूल पाएगा। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाया था। मोदी ने ट्वीट किया, आज से ठीक 45 वर्ष पहले देश पर आपातकाल थोपा गया था। उस समय भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया, यातनाएं झेलीं, उन सबको मेरा शत-शत नमन।
उन्होंने कहा कि उनका त्याग और बलिदान देश कभी नहीं भूल पाएगा। प्रधानमंत्री ने जून 2019 के अपने रेडियो संबोधन मन की बात का एक क्लिप भी साझा की है, जिसमें उन्होंने आपातकाल का हवाला दिया था। अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम की उस कड़ी में मोदी ने लोगों को आपातकाल का स्मरण कराया था और उनसे लोकतंत्र को हल्के में नहीं लेने का आग्रह करते हुए कहा था कि सामान्य जीवन में लोकतंत्र का क्या मजा है उसका पता तब चलता है जब वो छीन लिया जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने बाकी अन्य अधिकारों और जरूरतों की परवाह नहीं रिपीट नहीं करते हुए 1977 के लोकसभा चुनाव में केवल लोकतंत्र के लिए मतदान किया था। मोदी ने कहा, देश ने ऐसा चुनाव 1977 में देखा था … जब लोगों ने बाकी के अधिकारों, हकों की परवाह नहीं रिपीट नहीं करते हुए सिर्फ लोकतंत्र के लिए मतदान किया था।