हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव में पंजाबी डांस एवं घूमर नृत्य का अद्भुत संगम
लखनऊ। स्मृति उपवन में आयोजित माँ गायत्री जन सेवा संस्थान एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ आयोजक अरुण प्रताप सिंह, गुंजन वर्मा, रनवीर सिंह एवं हेमू चौरसिया ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सांस्कृतिक संध्या में अनिता चंडोक समूह सर्वप्रथम गणेश वंदना से कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई हरलीन, वैष्णवी, आयशा, अंतरा, आर्वी ने विभिन्न प्रस्तुतियां मंच पर साझा किया। भाव विभोर कर देने वाली प्रस्तुतियों के बाद नृत्य मंथन स्कूल आॅफ डाँस के फाउंडर अंकिता बाजपेयी के संयोजन में नृत्य निर्देशन की प्रस्तुतियाँ आस्था, अराध्या, मनस्वीदेवा ने श्री गणेशा… पर नृत्य कर मोहा मन। वहीं पंजाबी डाँस एवं घूमर नृत्य अद्भुत संगम देखने को मिला जो कि राजविका , विवान, वशिष्ठ, अर्थव और घूमर नृत्य कर आराध्या , मनस्वी ,आस्था ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथक फ्यूजन – आराध्या वर्मा ने सोलो डांस कर दर्शकों को मोहित किया। मनभावन प्रस्तुति के उपरांत गुंजन ,शैफाली गुप्ता (निर्देशक) सुर झंकार संगीत विद्यालय आशियाना की संयुक्त प्रस्तुती रही जिसमें प्रथम मोह मोह के धागे… हर्षिफत कौर, गन गन गुना रे…रान्या शुक्ला, कौन दिशा में लेके चला… हषार्ली भोजपुरी गाने कि प्रस्तुत कर वाहवाहीं लूटी। घर मोरे परदेशिया… गाने पर हषार्ली ने डांस कर दर्शकों को आकर्षित किया। कार्यक्रम के अंत में सुर ताल संगम के गीतों से खूब लगा तड़का जिसमें डॉ जया श्रीवास्तव फजा भी है जवान ,रोज शाम आती थी, माया टुन्नु ने जिंदगी का सफर है ये कैसा,डॉ राका सिन्हा रहे ना रहे हम और हिमांशु वर्मा, किरण सोनी, हेमंत खंडेलवाल, सुशील सिंह राठौड़,युविका पांडे ने छाप तिलक सब छीनी…प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया। इस दौरान महोत्सव समिति के मोनालिसा, रोली जयसवाल व मनोज सिंह चौहान,विवेक सिंह उपस्थित रहे। मंच का संचालन , विजय गुप्ता ने किया।





