आईजीपी में ‘हमारे राम’ का मंचन
लखनऊ। गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के ज्यूपिटर हॉल में फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा ने ‘हमारे राम’ का मंचन किया। फेलिसिटी थिएटर की ओर से मंचित यह महाकाव्य दर्शकों लिए यह खास थिएट्रिकल अनुभव रहा। सरल भाषा और कविता में संवादों ने नाटक को रोचक बनाया, जिसे देख दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने हर-हर महादेव और जय श्रीराम का जयघोष किया। मंच पर आशुतोष राणा की जबरदस्त एक्टिंग देखने को मिली।
नाटक की शुरूआत लव और कुश की मौजूदगी में उनकी मां सीता के भूमि की बाहों में अंतिम शरण लेने से होती है। नाराज बेटे अपनी मां सीता को लेकर भगवान राम से कई गंभीर सवाल करते हैं। प्रभु के दृष्टिकोण से नाटक हमारे राम दर्शकों को भगवान राम, सीता और उनके शाश्वत प्रेम, कठिनाइयों की यात्रा पर ले जाता है। इसके पश्चात रावण के किरदार में अभिनेता आशुतोष राणा द्वारा शिव पूजन की प्रस्तुति भक्ति के भाव से लोगों को जोड़ती है। महाकाव्य रामायण के अनेक प्रसंग इस नाटक में नारी सम्मान को भी प्रदर्शित करते हैं।
रावण बने आशुतोष कहते हैं कि हम सभी श्री राम के गुण गा रहे हैं, मगर हम केवल उनके चरणों तक ही सीमित रह जाते हैं। उनके आचरणों को धारण नहीं करते हैं। जिस दिन हम श्री राम के आचरणों को भी अपने अंदर धारण कर लेंगे उस दिन हमारे अंदर का रावण मर जाएगा।
भगवान श्री राम ने मृत्यु शैय्या पर लेटे रावण को नीति का ज्ञाता बताया। लक्ष्मण को रावण के पास ज्ञान लेने के लिए भेजा। रावण ने लक्ष्मण से कहा-आने वाला समय कहेगा। रावण के पराजय का एक मात्र कारण था। उसके पास लक्ष्मण जैसा भाई नहीं था। गौरव भारद्वाज द्वारा निर्देशित इस महान कृति में रामायण के कुछ ऐसे ही अप्रिय दृश्य दिखाए गए, जो पहले कभी किसी मंच पर नहीं दिखाया गया। बॉलीवुड के दिग्गज आशुतोष राणा ने रावण की भूमिका में, भगवान राम की भूमिका में प्रशंसित अभिनेता राहुल आर भूचर, भगवान हनुमान की भूमिका में दानिश अख्तर, तरूण खन्ना भगवान शिव की भूमिका में, हरलीन कौर रेखी ने माता सीता की भूमिका में, और करण सूर्य देव की भूमिका में दिखाई दिए। इस ग्रुप में थिएटर की दुनिया के अन्य अनुभवी कलाकार भी शामिल हुए।