-बाहर से आने वालों को हर हाल में क्वारेंटाइन किया जाए
-पुलिस कर्मी मास्क, दस्ताने व शील्ड का अनिवार्य रूप से करें इस्तेमाल
लखनऊ। प्रदेश में अगर कहीं भी कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज देखने अथवा जानकारी में आ रहे है, ऐसे लोगों का अनिवार्य रूप से सैम्पल लेकर टेस्टिंग की जाये।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने लोक भवन में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना को हराना है तो सोशल डिस्टेंसिग आवश्यक है। अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि पिछले तीन दिनों में कोटा से लगभग 10,500 विद्यार्थियों को बसों के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए लाया गया, सभी विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग, जांच के उपरान्त उन्हें उनके घर पर होम क्वारेंटाइन किया गया है, अब जब भी इन्हें घर वापस भेजा जायेगा तब यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इन विद्यार्थियों द्वारा ‘आरोग्य सेतु’ एप डाउनलोड करने के बाद ही उन्हें घर भेजा जाए।
उन्होंने कहा कि बाहर से आने वालों को हर हाल में क्वारेंटाइन किया जाए। अधिक से अधिक लोगों को ट्रैक करते हुए टेस्टिंग की जाए। कोरोना संदिग्ध लोगों की अनिवार्य रूप से टेस्टिंग करायी जाए। पूल टेस्टिंग को प्रोत्साहित किया जाए।
अवस्थी ने बताया कि विभिन्न राज्यों से प्रदेश में वापस पहुंचे श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति की सोमवार को बैठक आहूत कर एक कार्य योजना तत्काल प्रस्तुत करे। यह समिति राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा मनरेगा योजना के माध्यम से रोजगार सृजन की सम्भावनाओं पर भी विचार विमर्श करे।
उन्होंने बताया कि कतिपय उद्योगों कोे संचालित किए जाने की सशर्त अनुमति दी गयी है। यह सुनिश्चित किया जाए कि अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न न होने पाए। सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का अनुपालन हर हाल में हो। कार्य योजना बनाकर एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जाए। उन्होंने प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास को निर्देशित किया कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पेयजल की समस्या न हो। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि सभी नोडल अधिकारी फोन पर उपलब्ध रहकर लोगों की समस्याओं को सुनें तथा उनका समाधान कराएं।
अवस्थी ने कहा कि सुनिश्चित किया जाए कि पुलिस कर्मी सुरक्षा के उपकरण लगाकर ही ड्यूटी पर ही जाएं। मास्क, दस्ताने तथा शील्ड का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करें। कोरोना वायरस के रोगियों के उपचार में लगे डॉक्टरों तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों को प्रत्येक दशा में संक्रमण से बचाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।
लॉक डाउन तोड़ने वाले 24,446 के विरूद्ध एफआईआर
अवस्थी ने बताया कि कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लॉक डाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 24,446 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 20,61,890 वाहनों की सघन चेकिंग में 27,272 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 9,49,88,736 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं के लिए कुल 1,66,972 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 609 लोगों के खिलाफ 481 एफआईआर दर्ज करते हुए 218 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
फेक न्यूज के 429 मामलें
अवस्थी ने बताया कि प्रदेश सरकार फेक न्यूज पर कड़ाई से नजर रख रही है। फेक न्यूज के तहत अब तक 429 मामलों का संज्ञान में लेते हुए साइबर सेल को सूचित किया गया है। उन्होंने बताया कि तब्लीगी जमात के 2871 लोगों को चिन्हित कर उनका टेस्ट किया गया है। सभी 325 विदेशी व्यक्तियों का चिकित्सकीय परीक्षण करके क्वारेंटाइन किया गया है। तब्लीगी जमात के 45 विदेशी सदस्यों पर एफआईआर दर्ज की गई है तथा 259 पासर्पोट जब्त किये गये हैं।
प्रदेश में अब तक 322 हॉट स्पॉट चिन्हित
अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में अब तक 322 हॉट स्पॉट चिन्हित करते हुए 35,97,906 व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है। हॉट स्पॉट क्षेत्रों में रह रहे लोगों को 1450 डोर स्टेप डिलिवरी मिल्क बूथ एवं मैन के द्वारा दूध वितरित किया जा रहा है। फल एवं सब्जी वितरण के लिए कुल 2,427 वाहन लगाये गये हैं इन क्षेत्रों में 2,647 व्यक्तियों एवं 1,925 प्रोविजनल स्टोर के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है। हॉट स्पॉट क्षेत्रों के लिए 155 सामुदायिक किचन संचालित हैं।
शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के 25.13 लाख श्रमिकों को मिला भुगतान
अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत निर्माण कार्यों से जुड़े, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के कुल 25.13 लाख श्रमिकों एवं निराश्रित व्यक्तियों को भी एक-एक हजार रूपए की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश की 38,437 औद्योगिक इकाईयों से सम्पर्क किया गया, जिनमें 37,160