शुरू हुई दस्तक अभियान को लेकर तैयारियां, आशाओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण
वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। संचारी रोग अभियान शुरू हो गया है, इसके साथ ही 15 जुलाई से दस्तक अभियान भी चलाया जाएगा। इस दौरान घर-घर स्क्रीनिंग व जांच कर मरीजों की खोज की जायेगी। अभियान के दौरान आशा घर-घर जाकर संचारी रोग बुखार, खांसी, मलेरिया, डेंगू, टीकाकरण व कुपोषण के बारे में जानकारी एकत्र करेगी और इनसे बचाव के बारे में जागरूक करने का भी कार्य करेंगी। दस्तक अभियान में टीबी मुक्त अभियान के चलते खांसी के मरीजों की भी सूची बनाकर ब्लॉक हॉस्पिटल पर उपलब्ध करायेंगी।
उसके बाद मरीजों की बलगम की जांच भी कराई जायेगी, जिससे कि टीबी से पीड़ित व्यक्तियों के जानकारी मिल सके। टीबी के एक मरीज का इलाज शुरू करवाने पर आशा को सरकार के द्वारा 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जायेगी। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने बताया कि दस्तक अभियान की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। अभियान के दौरान मेडिकल टीमें घर-घर जाकर संक्रामक रोगों से ग्रस्त मरीजों की पहचान करेंगी। इस टीम में आशा वर्कर के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मी शामिल रहेंगे।
टीम की मदद से रोगियों को चिन्हित कर उन्हें दवा दी जाएगी और जरूरी होने पर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। अगर सर्वे के दौरान ऐसे मरीज मिलते हैं तो उनकी जांच कराई जाएगी। इसके अलावा अभियान मे कुपोषित बच्चों की जानकारी जुटाने का निर्देश भी दिया गया है। दस्तक अभियान के तहत टीबी के लक्षण वाले मरीजों को खोजकर उनकी जांच कराई जाएगी।