बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नरही थाना क्षेत्र में बिहार सीमा पर पुलिसकर्मियों द्वारा वाहन चालकों से अवैध वसूली के मामले में निलम्बित मुख्य आरक्षी को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
आजमगढ़ के अपर पुलिस अधीक्षक शुभम अग्रवाल ने बताया कि नरही थाना क्षेत्र में बिहार सीमा पर पुलिसकर्मियों द्वारा वाहनों से अवैध वसूली के मामले के आरोपी नरही थाने के निलम्बित मुख्य आरक्षी विष्णु यादव को गिरफ्तार कर लिया है। अग्रवाल इस मामले में बलिया में दर्ज मुकदमे की जांच कर रहे हैं।आजमगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण भी मुकदमे में कार्वाई को लेकर रविवार की रात बलिया पहुंचे। वैभव ने पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर के साथ रविवार को रात्रि नरही थाना के साथ ही बिहार सीमा से सटे जिले के विभिन्न क्षेत्र का दौरा किया।
अग्रवाल ने बताया कि नरही के निलम्बित थानाध्यक्ष पन्ने लाल को रविवार को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अब तक चार पुलिसकर्मियों समेत 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गौरतलब है कि बलिया जिले के नरही थाना क्षेत्र में बिहार सीमा पर पुलिसकर्मियों द्वारा वाहनों से अवैध वसूली के चल रहे गोरखधंधे का वाराणसी परिक्षेत्र के अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया की अगुवाई में वरिष्ठ अधिकारियों ने भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने इस मामले में दो पुलिसकर्मियों और 16 दलालों को गिरफ्तार किया था।
कृष्ण ने बताया कि इस मामले में नरही थानाध्यक्ष पन्ने लाल तथा पूरे कोरंटाडीह चौकी के प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर समेत चौकी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया था। उल्लेखनीय है कि नरही थाने में पुलिस उप महानिरीक्षक कार्यालय के निरीक्षक सुशील कुमार की तहरीर पर नरही के थानाध्यक्ष रहे पन्ने लाल, कोरंटाडीह पुलिस चौकी प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर, मुख्य आरक्षी विष्णु यादव और आरक्षी बलराम सिंह, दीपक मिश्रा, हरि दयाल और सतीश गुप्ता सहित कुल 23 लोगों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।