कथा भक्ति विनम्रता व सच्ची मित्रता को दर्शाता है : पंडित अंकित शास्त्री

श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस
लखनऊ। श्री रामलीला समिति महानगर द्वारा श्री रामलीला मैदान सेक्टर सी, महानगर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस का शुभारंभ समिति के अध्यक्ष ललित मोहन जोशी के द्वारा उपस्थित जनसमूह के स्वागत के साथ किया गया। कथा का प्रारंभ देवेन्द्र मिश्रा एवं श्रीमती दीपा मिश्रा द्वारा पूजन के साथ किया गया।
पूजन के उपरांत राष्ट्रीय कथावाचक पंडित अंकित शास्त्री महाराज ने सप्तम दिवस की कथा का शुभारंभ करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत पुराण एक कल्याणकारी कथा है जिसकी सुनने से व्यक्ति सभी पापों से मुक्त हो जाता है। श्री कृष्ण और सुदामा की अनमोल मित्रता की कथा सुनाते हुए कहा कि यह कथा भक्ति विनम्रता सच्ची मित्रता और भगवान की कृपा का सुंदर उदाहरण है सुदामा एक गरीब ब्राह्मण थे जो विद्या प्राप्त करने के लिए बाश्री कृष्ण के साथ सांदीपनि उनके आश्रम में पढे़ थे वह अत्यंत ज्ञानी विनम्र और भगवान के परम भक्त थे ग्रस्त जीवन में सुदामा अत्यंत दरिद्र थे भोजन तक का अभाव था सुदामा की पत्नी ने एक दिन सुदामा से कहा कि तुम्हारे मित्र द्वारका के राजा हैं उनसे कुछ सहायता मांग को सुदामा प्रारंभ में तो चीज के फिर पत्नी के आग्रह पर श्री कृष्ण के पास चल दिए द्वारका पहुंचने पर जब श्री कृष्ण को सुदामा जी के आगमन का समाचार मिला तो वह दरवाजे तक दौड़कर चले आए उन्हें गले लगाया पाओगे और बड़ी आत्मकथा से आसन पर बैठाया सुदामा ने संकोच बस अपने साथ लाइव हुए चावल की पॉटी श्री कृष्ण को नहीं दी पर श्री कृष्णा ने वह पोटली देख ली और उन्होंने प्रेम पूर्वक और चावल की पोटली उनसे ले ली और चावल खाने लगे श्री कृष्ण ने बिना कुछ मांगे उनकी दरिद्रता दूर करने का निश्चय किया वापस लौटने पर सुदामा ने देखा कि उनका पूरा घर सुंदर महल में बदल गया है परिवार में सुख समृद्धि आ गई है यह सब श्री कृष्ण की कृपा थी। कथा व्यास पंडित अंकित शास्त्री महाराज ने श्रीमद् भागवत के अंतिम पड़ाव पर पहुंचने पर बताया कि सुखदेव जी ने 7 दोनों राजा परीक्षित को श्रीमद् भागवत की कथा सुनाई सप्तम दिवस के अंत में सुखदेव जी ने श्री कृष्ण लीला कर्म का महत्व और भक्ति की सर्वोच्चता का वर्णन करते हुए कथा का समापन किया कथा श्रवण के उपरांत परीक्षित की पूर्णता निर्मित विश्वास और भागवत भाव में लीन हो गए जैसे ही सातवें दिन का अंत हुआ तक्षक ना आया और उसने परीक्षित को डस लिया यह भगवत कृपा से बिना मृत्यु के भय के परम शांति में परमधाम की प्राप्ति हुई। परीक्षित के मोक्ष प्राप्ति के बाद शुक देव जी भी वहां से वन की ओर चल दिए। सूत जी कहते हैं की भागवत कथा के श्रवण पठान और मनन से मनुष्य को ज्ञान भक्ति और बैरागी की प्राप्ति होती है वह जन्म मारन के चक्र से मुक्त हो जाता है श्रीमद् भागवत से हमें यह ज्ञान प्राप्त होता है की भक्ति ही मोक्ष का मार्ग है भगवान का स्मरण कथा का श्रवण परम फलदाई है श्री कृष्ण की लीलाओं का चिंतन आनंद देता है। मृत्यु कब है तब तक है जब तक आत्मा भगवत स्वरूप को नहीं पहचानती है। इसी के साथ 7 दिनों से चली आ रही श्रीमद् भागवत कथा को विश्राम दिया जाता है। इस अवसर पर रामलीला समिति के महासचिव हेम पन्त, दिनेश पांडे दीनू, विनोद पन्त बीनू, हिमांशु मिश्रा, पर्वतीय महापरिषद के संरक्षक एन . के.उपाध्याय,संजय पांडे,गिरीश जोशी, संजय श्रीवास्तव, पुष्कर पन्त, सर्वजीत सिंह बोरा, कन्हैया पांडे, अनिल जोशी, एन.सी.तिवारी, के.सी.उपाध्याय, नीरद लोहानी, नवीन पांडे, बृजेश मेहता, हरीश लोहुमी, तारा दत्त जोशी, बी.पी.पांडें, भारती पांडे, सुजाता शर्मा, भावना लोहुमी, अनुराधा भट्ट, हेमा जोशी, रिचा जोशी, रसना उप्रेती, दीपेश पांडे, नीरज लोहानी, बलवंत देवड़ी आदि लोग विशेष रूप से उपस्थित थे। कथा की उपरांत समिति के महासचिव हेम पन्त ने समस्त आचार्य एवं भक्तगणों का आभार व्यक्त किया। रामलीला समिति के मीडिया प्रभारी देवेंद्र मिश्रा ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा धूमधाम के साथ सम्पन्न हो गई है। रामलीला मैदान महानगर में 3 जुलाई 2025 को प्रात: काल 8 बजे से हवन और तत्पश्चात अपराह्न 1:00 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन होगा।

RELATED ARTICLES

भोजपुरी फिल्म ‘रूद्र-शक्ति’ में साथ नजर आयेंगे अक्षरा और विक्रांत

पोस्टर दर्शकों में गहरी उत्सुकता जगा रहा हैलखनऊ। भोजपुरी सिने जगत की खूबसूरत अदाकारा अक्षरा सिंह और जीआरपी स्टार विक्रांत सिंह राजपूत जल्द ही...

‘गूंज’ शहर और गांवों के बीच एक सेतु

भारत के 23 राज्यों में गूंज का सामाजिक सेवा का विस्तार, लोगों से सहयोग की अपीललखनऊ। भारत में सामाजिक बदलाव की दिशा में कार्य...

मोहर्रम: बाजारों में रौनक, चांदी की जरीह बनी आकर्षण का केन्द्र

ताबूत पर सोने से लिखाए 12 इमामों के नामअकबरी गेट के बाजारों में खरीदारी का उत्साहलखनऊ। हजरत इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों की...

Latest Articles