मौलापुरवा जलकर राख, आकाशीय बिजली गिरने से कई की मौत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रविवार को मौसम ने एकदम से करवट बदल लिया। सुबह राजधानी दिल्ली में आंधी-तूफान आने के बाद प्रदेश के कई अंचलों में सुबह से शाम तक तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने लगी। लखनऊ में शाम पांच बजे काला अंधेरा छा गया। मौसम ने कुछ ही देर में कहर बरपा दिया। 70-130 किमी की रफ्तार से आंधी चली। में कई जगह बिजली के खंभे सड़क पर गिरे, तो कहीं पर पेड़ गिरने से लोगों की मौत हो गई। कई शहरों में आकाशीय बिजली गिरने, पड़े व खम्भो गिरने से करीब दर्जन भर मौतें होने की सूचना है। बहराइच के मौलापुरवा गांव में कई घर आग में जलकर राख हो गए।
प्रदेश में आंधी-पानी से पूर्वांचल में तीन, सीतापुर में दो, बाराबंकी में दो, लखनऊ में एक, चित्रकूट में दो मौतें होने की सूचना है। देर रात तक आंधी-पानी का यह सिलसिला प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जारी रहा। कासगंज में तेज आंधी और बारिश के बीच अलग-अलग स्थानों पर बिजली और दीवार गिरने आदि की घटनाएं हुईं। इन घटनाओं में एक महिला सहित चार की मौत हो गई। छह लोग घायल हैं जिनका पटियाली और सोरों के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
प्रभावित परिवारों में कोहराम मच गया है। बहराइच में रविवार को दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान में काले बादलों ने डेरा जमा लिया। पश्चिमी चक्रवात में कई जगह पेड़ गिर गए। टीनशेड हवा में उड़कर दूर जा गिरे। बिजली आपूर्ति ठप हो गई। खेत में जल रही पराली से भड़की आग में मौलापुरवा जलकर राख हो गया। सबसे ज्यादा नुकसान आम की फसल को हुआ।
दोपहर में शाम जैसे हालात बन गए। आंधी के साथ ही कई इलाकों में तेज बारिश हुई। बारिश के बीच बिजली कहर बनकर गिरी। बहराइच के सोरों के गांव तारापुर कनक में बिजली गिरने से गोवर्धन पुत्र रामदास एवं मथुराप्रसाद पुत्र मोहर सिंह की मौत हो गई। वहीं, जशोदा पत्नी खचेरपाल, रीमा पुत्री खचेरपाल, ओम सिंह पुत्र होडल घायल हो गए।इन्हें अस्पताल लाया गया। ग्राम कादरवाड़ी में राहिद पुत्र खचेर बिजली गिरने से घायल हो गया। ग्राम गुडगुड़ी में पेड़ गिर जाने से फूल देवी पत्नी धरमपाल घायल हो गईं। मोहनपुरा के ग्राम कांतौर में नरेंद्र सिंह की भैंस बिजली गिरने से मर गई। गंजडुंडवारा क्षेत्र के गांव जैधर में प्रदीप पुत्र लाला राम की बिजली गिरने से मौत हो गई।
जबकि सुन्नगढ़ी के किसौल में दीवार गिरने से गुड्डो पत्नी बुधपाल की मौत हुई। भरगैन में तसब्बर अली, तोहिद बेगम, हबीब आलम के मकान की दीवार आंधी में गिर पड़ी। हालांकि इस हादसे में किसी के चोट नहीं आई। घटनाओं के बारे में जानकारी ली गई। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की व्यवस्था की गई। कई स्थानों पर पेड़ भी टूटकर गिर पड़े। सहावर के बढ़ारी खुर्द में बिजली का पोल व पेड़ टूटकर गिर पड़ा। ढोलना के ग्राम इटौआ में कई किसानों की बुर्जियां गिर गईं। तेज हवाओं के चलते टीन, छप्पर आदि उड़ गए। शहरी क्षेत्र में भी आंधी के चलते बैनर, पोस्टर उड़ गए। फरुर्खाबाद जिले में तेज आंधी आने से जनपद की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई। कटी पड़ी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। हमीरपुर में बादल छाए हैं।
सुबह मऊ थाना क्षेत्र के सुहेल गांव में बारिश के साथ बिजली गिरने से दो किशोरों की मौत हुई है। मौसम वैज्ञानिक जेपी गुप्ता के मुताबिक पश्चिमी चक्रवात के सक्रिय होने से मौसम में बदलाव हुआ है। तेज हवाओं के बीच रायबरेली के बछरावां शिवगढ़ मार्ग पर स्थित छोटी नहर के पास पान की दुकान में आम लग गई। हरदोई जिलें के लोनार थाना के अंतर्गत निजामपुर निवासी रमन (24) पुत्र छोटेलाल साइकिल से सब्जी बेंचकर लौट रहा था। निजामपुर मोड़ पर उसके ऊपर पेंड गिर गया और उसकी मौत हो गईं। बाराबंकी में आंधी से कई जगह पेड़ धराशायी हो गए। पेड़ों के गिरने से बिजली के तार व खंभो भी टूट गए। इससे बिजली गुल हो गई। चंदौली पॉवर हाउस में तकनीकी खराबी आ जाने से पूरे जिले की बिजली गुल हो गई।
वहीं कच्ची दीवाल गिरने से मालिनपुर निवासी मंगेश कुमारी पत्नी रिंकू 28 की मौत हो गई। बरेली में तेज आंधी-तूफान से गई जगह पेड़ गिर गए जिससे जल्लापुर गांव की रहने वाली हरदेई की पेड़ के नीचे दबकर मौत हो गई। यहीं नहीं इज्जतनगर रेल मंडल के रुद्रपुर की क्रासिंग संख्या-86 तेज आंधी के कारण उड़ गई। जिसमें गेटमैन को भी चोट आई है। सहारनपुर के चिलकाना में तेज आंधी के साथ काली घटा छाने से दिन में ही वाहन चालकों को दिन में ही हेडलाइट जलानी पड़ी। गंगोह में भी तेज आंधी के साथ काली घटा छा गई। इसके बाद बारिश भी शुरू हो गई। तेज आंधी और काली घटाओं ने आसमान को घेर लिया। रामपुर मनिहारान में दिन में ही आसमान में अंधेरा छा गया।
मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख : सीएम
मौसम निदेशक जे.पी.गुप्त के अनुसार अगले दो दिन पूरे प्रदेश में तेज आंधी और गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार हैं। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों में हुए जान-माल के नुकसान पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की राशि तत्काल देने के आदेश भी दिए हैं। उन्होंने आपदा प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत पहुंचाने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रभावितों को राहत व मदद पहुंचाने का काम तत्परता से पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने आपदा मोचक निधि के दिशा निदेर्शों के अनुरूप पीड़ितों को मदद पहुंचाने को कहा है।