मुंबई। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख से स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को करीब एक प्रतिशत की गिरावट आई। कारोबारियों ने कहा कि बैंक, वित्तीय सेवाएं और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 551.07 अंक यानी 0.83 प्रतिशत गिरकर 65,877.02 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान एक समय यह 585.99 अंक यानी 0.88 प्रतिशत टूटकर 65,842.10 अंक तक आ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का मानक सूचकांक निफ्टी भी 140.40 अंक यानी 0.71 प्रतिशत के नुकसान के साथ 19,671.10 अंक पर आ गया।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, कमजोर वैश्विक संकेतों और पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच भारतीय बाजारों में मुनाफावसूली का जोर रहा। तनाव बढ़ने से कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया है। इसके अलावा घरेलू आईटी एवं वित्तीय कंपनियों के दूसरी तिमाही के निराशाजनक प्रदर्शन का भी बाजार पर असर हो सकता है।
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस में सबसे ज्यादा करीब तीन प्रतिशत की गिरावट रही। बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक और इंडसइंड बैंक के शेयर भी नुकसान के साथ बंद हुए। इस रुख के उलट टाटा मोटर्स, सन फार्मा, मारुति और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर लाभ में रहे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, बैंकिंग एवं वित्तीय क्षेत्र की बड़ी कंपनियों में कमजोरी आने के साथ रिलायंस जैसी दिग्गज कंपनी में भी गिरावट रहने से आगे और नरमी के संकेत मिल रहे हैं। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.85 प्रतिशत और स्मॉलकैप में 0.32 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
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