नयी दिल्ली। विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के निदेशक अरुण कुमार सिन्हा का बुधवार को गुड़गांव के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 61 वर्ष के थे। सिन्हा 1987 बैच के केरल कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी थे। उन्हें 31 मई को सेवा में एक साल का विस्तार दिया गया था।
सूत्रों ने बताया कि उन्हें कुछ दिन पहले गुरुग्राम के एक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
एसपीजी प्रधानमंत्री को निकटतम सशस्त्र सुरक्षा प्रदान करती है। पुलिस महानिदेशक के पद और वेतनमान में 31 मई 2024 तक अनुबंध के आधार पर एसपीजी के प्रमुख के रूप में सेवा देने के लिए नामित किए गए सिन्हा को मार्च 2016 में इसका प्रमुख नियुक्त किया गया था।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) संघ ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, एसपीजी के निदेशक अरुण कुमार सिन्हा (आईपीएस 1987 केरल) के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए हमारा मन काफी दुखी है। कर्तव्य के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और अनुकरणीय नेतृत्व हमेशा हमें प्रेरित करेगा।
सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा गया, हम उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। उनकी आत्मा को शाश्वत शांति मिले। सिन्हा ने पूर्व में अपने कैडर राज्य केरल और केंद्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में विभिन्न पदों पर कार्य किया था।
एसपीजी की स्थापना 1985 में की गई थी। वर्तमान में इसमें लगभग तीन हजार कर्मी हैं। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया। खान ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि दिवंगत एसपीजी निदेशक को उनकी सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था।
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