लखनऊ। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ तीसरा महीना होता है। धार्मिक दृष्टि से इस माह को बेहद खास माना जाता है। इस माह में प्रभु श्रीराम और हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मत है कि ज्येष्ठ माह के मंगलवार के दिन पहली बार हनुमान जी और भगवान श्रीराम की मुलाकात हुई थी। इसी वजह से ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल और बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है। ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल 27 मई को है। बड़े मंगल के दिन भगवान श्रीराम और हनुमान जी की पूजा करने का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, बड़े मंगल के दिन व्रत और पूजा करने से सभी संकट दूर होते हैं और बिगड़े काम पूरे होते हैं। वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर तीसरा बड़ा मंगल का व्रत किया जाएगा। अमावस्या तिथि की शुरूआत 26 मई को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर होगी और अगले दिन यानी 27 मई को सुबह 8 बजकर 31 मिनट पर तिथि का समापन होगा। इसी दिन ज्येष्ठ अमावस्या, शनि जयंती और रोहिणी व्रत किया जाएगा।
सभी तरह के भय से मिलेगा छुटकारा
तीसरे बड़े मंगल के दिन सुबह स्नान करने के बाद हनुमान जी की पूजा-अर्चना करें। इस दौरान विधिपूर्वक सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें। करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस काम को करने से साधक को बजरंगबली की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही सभी मुरादें पूरी होती हैं। जीवन के सभी तरह के भय से छुटकारा मिलता है। इसी वजह से पूजा के दौरान सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।
बड़े मंगल के दिन करें इन चीजों का दान
इसके अलावा बड़े मंगल के दिन लाल चोला, फल, मिठाई, धन और कपड़े समेत आदि चीजों का दान करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, तीसरे बड़े मंगल के दिन पूजा करने के बाद इन चीजों का दान करने से धन से जुड़ी समस्या से छुटकारा मिलता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
बड़े मंगल पर पूजा के समय करें चालीसा का पाठ, दूर हो जाएंगे सभी संकट
बड़ा मंगल के शुभ अवसर पर भगवान श्रीराम संग हनुमान जी की पूजा की जाती है। साथ ही मनचाहा वरदान पाने के लिए व्रत रखा जाता है। मंगलवार का व्रत करने से साधक को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। साथ ही जीवन में सुखों का आगमन होता है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि ज्येष्ठ माह के पहले मंगलवार पर भगवान श्रीराम और हनुमान जी का मिलन हुआ था। इसके लिए मंगलवार का दिन हनुमान जी को बेहद प्रिय है। इस दिन राम परिवार संग बजरंगबली की पूजा की जाती है। अगर आप भी हनुमान जी की कृपा पाना चाहते हैं, तो बड़े मंगल पर भक्ति भाव से हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय प्रेतराज चालीसा का पाठ करें।
ज्येष्ठ माह का दूसरा शनिवार आज, जगह-जगह लगेंगे भंडारे
लखनऊ। आज जेठ माह का दूसरा शनिवार है। राजधानी लखनऊ के नया हनुमान मन्दिर अलीगंज पुराना हनुमान मन्दिर अलीगंज, हनुमान सेतु, सुभाष मार्ग का छांछी कुआ हनुमान मन्दिर अमीनाबाद का हनुमान मन्दिर समेत अन्य सभी हनुमान मन्दिर सज-धज कर तैयार हो गये हैं। सभी प्रमुख मन्दिर शनिवार को हनुमान जी महाराज का श्रृंगार होने के बाद और नया चोला चढ़ाने के बाद मन्दिर के पट दर्शन के लिए खोल दिये जायेंगे। इस दिन भक्त बजरंगबली की विधि विधान से पूजा-अर्चना करते हैं और परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हैं।
मंगलवार और शनिवार को श्री हनुमान जी का वार माना जाता है। इस दिन बजरंगी की साधना का विशेष फल मिलता है। बजरंगी की कृपा दिलाने वाले बड़े मंगल की शुरूआत इस बार जेठ के महीने में 13 मई से हुई। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक एक महापर्व के रुप में मनाया जात है। बड़ा मंगल के दिन लखनऊ के तकरीबन प्रत्येक मंदिरए सड़क, गली आदि में हनुमान जी पूजा होती और प्रसाद बंटता दिख जाएगा।