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लखनऊ सहित अन्य जिलों में कार्यकर्ताओं की हुई गिरफ्तारियां
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओ ने किसान अध्यादेश के विरोध में सोमवार को राजधानी में धरना प्रदर्शन किया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए किसान विधायक बिल को किसान का दुश्मन बताया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर सोमवार सूबे की सभी तहसील स्तर पर समाजवादी कार्यकर्ताओ ने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
राजधानी लखनऊ में आज सभी पांचों तहसीलों सदर, मोहनलालगंज, सरोजनीनगर, बख्शी का तालाब, मलिहाबाद में हजारों की संख्या में पहुंचे समाजवादी कार्यकर्ताओ ने धरना-प्रदर्शन के बाद अपना ज्ञापन सौंपा। सदर तहसील में महानगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित तथा जिले की चार तहसीलों में प्रदर्शन का नेतृत्व जयसिंह जयंत ने किया।
प्रदर्शन में पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा, अम्बरीश पुष्कर विधायक, गोमती यादव, इंदल रावत, श्याम किशोर यादव, मोहम्मद रेहान, नईम, विजय सिंह यादव, अनुराग भदौरिया, अनुराग यादव भी शामिल रहे। लखनऊ में बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां भी हुईं। आज के कार्यक्रम में महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल रही।
तहसील मुख्यालय जाते हुए समाजवादी कार्यकतार्ओं को पुलिस ने कई स्थानों पर रोकेन की कोशिश की, उनसे झड़पें हुई। पुलिस ने कन्नौज, फरेंदा (महाराजगंज) तथा बांदा में प्रदर्शन कर रहे शांतिपूर्ण समाजवादी कार्यकर्ताओ पर लाठीचार्ज किया। बांदा में विजय करन यादव जिलाध्यक्ष तथा नगर अध्यक्ष मोहन साहू सहित लगभग चार दर्जन कार्यकर्ताओ की गिरफ्तारी की गई है।
ज्ञापन में कोरोना संकट काल में आवश्यक उपकरणों की खरीद में घोटाला, स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितता, भ्रष्टाचार, सरकारी उत्पीड़न में वृद्धि, बेहाल किसान, बेरोजगारी और ध्वस्त कानून व्यवस्था के मुद्दे उठाते हुए राज्यपाल से संवैधानिक कार्यवाही करने का आग्रह किया गया है। प्रदेश भर में आज समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन की गूंज रही।
मेरठ में पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर और अमेठी में विधायक राकेश प्रताप सिंह पुलिस द्वारा तहसील मुख्यालय तक जाने से रोकने के विरोध में धरना पर बैठ गए वहीं बाराबंकी में अर्धनग्न होकर भी कई युवाओं ने प्रदर्शन किया। बस्ती में विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह धरना देने बैलगाड़ी में बैठकर पहुंचे।
मुरादाबाद में बैलगाड़ियां भी प्रदर्शन में शामिल रही। आगरा के जिलाध्यक्ष रामगोपाल यादव को घर में ही कैद कर दिया गया। प्रदेश के हरदोई, सीतापुर, गाजीपुर, मेरठ, अयोध्या, फिरोजाबाद सहित अन्य जिलों की तहसीलों पर भी समाजवादी बड़ी संख्या में एकत्र हुए और वहां धरना देने के बाद अपना ज्ञापन सौंपा।