दो दिवसीय रंग लोकनाट्य महोत्सव का समापन
लखनऊ। गोमतीनगर स्थित संगीत नाटक अकादमी के संत गाडगे महाराज प्रेक्षागृह में रंगलोक कथक केंद्र की ओर से दो दिवसीय रंग लोकनाट्य महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन जावेद सिद्दीकी की मशहूर रचना ‘श्याम रंग’ का मंचन किया गया। जिसका निर्देशन डिम्पी मिश्रा ने किया। डिम्पी मिश्रा एक प्रतिष्ठित भारतीय अभिनेता, रंगकर्मी और निर्देशक हैं, जिन्होंने अनेक हिंदी फिल्मों और वेब सीरीज में अपने सशक्त अभिनय से विशेष पहचान बनाई है। वर्तमान में आप बीबीडी विश्वविद्यालय में डीन स्कूल आॅफ मीडिया के पद पर कार्यरत है। नाटक के गीतों के बोल गुलजार ने लिखे हैं।
श्याम रंग दिव्य अवतार के मानवीय पक्ष का अन्वेषण करता है और कृष्ण को भगवान के सिंहासन से उतारकर एक इंसान के रूप में प्रस्तुत करता है। जावेद सिद्दीकी ने इस विशेष व्याख्या को रंगमंच पर प्रस्तुत करने का निर्णय लिया। कथा कहने वालों ने राधा और कृष्ण की प्रेम कहानी में रचनात्मक स्वतंत्रता लेते हुए कहीं न कहीं दिव्यता से मानवता छीन ली है। हमने कभी राधा को एक स्वामित्वपूर्ण प्रेमी के रूप में नहीं दिखाया और कृष्ण को चुपचाप उसकी उपस्थिति की लालसा करते हुए नहीं दिखाया।
जब महाभारत का युद्ध पांडवों ने जीत लिया है, कृष्ण अपनी पत्नियों के साथ द्वारका में रहते हैं। रुक्मिणी, जो सबसे बड़ी, प्रिय और बुद्धिमान है, फिर भी अपने स्थान के बारे में चिंतित रहती है। वह राधा के बारे में जानने के लिए महरास का आयोजन करती है और कृष्ण की बांसुरी प्राप्त करने के लिए निकल पड़ती है। आगे क्या होता है, यह कभी सुना या सुनाया नहीं गया है।
नाटक में कमलाकर भट्ट – राजीव रंजन, कृष्ण – डिम्पी मिश्रा, राधा – हर्षिता मिश्रा, छोटा कृष्ण – प्रियंक कठेरिया, छोटी राधा – अर्चना सिंह, रुक्मणी – पूजा सिंह, सत्यभामा – लक्ष्मीकांत (लकी), युधिष्ठिर – अजय शर्मा, अर्जुन / नन्द – अमित द्विवेदी, यशोदा – स्निग्धा द्विवेदी, दास – राज, दासी का किरदार नैंसी ने निभाया।