- आनलाइन वीकली कोविड-19 आईडियाथन चैलेंज के द्वितीय और तृतीय चरण के विजेता घोषित
लखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में गुरुवार को आनलाइन वीकली कोविड-19 आईडियाथन चैलेंज के द्वितीय और तृतीय चरण के विजेताओं की घोषणा की गयी। इसके लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक ई-प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन कार्यक्रम विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में और टेकिप 3 के सहयोग से आयोजित किया गया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर ने कहा कि कोरोना वायरस लगातार अपने में बदलाव कर रहा है लेकिन प्रोटीन का कोई न कोई रूप इसमें संयुक्त है। इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेज और नैनो पार्टिकल का उपयोग इसके खात्मे की दिशा में एक प्रयास हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक समस्या का समाधान इंजीनियरिंग से संभव है।
उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से आह्वान किया कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए शार्ट टर्म शोध करने के साथ ही लॉग टर्म रिसर्च पर भी विचार करना चाहिए, जो कि पोस्ट कोरोना समय को ध्यान में रखते हुये की जाय। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के ‘स्वदेशी अपनाओ’ के मंत्र को मूर्त रूप देने का प्रयास होना चाहिए।
आज अमेरिका, जोकि हमेशा वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देने की बात करता था वह भी स्वदेशी के मूल मंत्र पर कार्य करने की योजना बना रहा है। ऐसे में हमें स्वदेशी वस्तुओ के उपभोग को बढ़ावा देना चाहिए, सिर्फ उसी को विदेशों से मंगाया जाय, जो जीवन के लिए अनिवार्य हो। मनोरंजन जैसी चीजों के लिए विदेशी मुद्रा का अपव्यय ठीक नही।
उन्होंने कहा कि आॅनलाइन वीकली कोविड-19 आईडियाथन चैलेंज विद्यार्थियों की प्रतिभाओं को निखारने का एक अवसर है। विवि द्वारा आनलाइन वीकली कोविड-19 आईडियाथन चैलेंज आयोजन सराहनीय कार्य है।
कोविड-19 रिवर्स इकॉनोमी को दे रही जन्म: प्रो. पाठक
विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि कोविड-19 की चुनौती रिवर्स इकॉनोमी को जन्म दे रही है। इस रिवर्स इकॉनोमी से भारत को निश्चित ही लाभ मिलेगा और मेन्युफेक्चारिंग इडस्ट्री में कई गुना की वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन में भले ही विश्वविद्यालय और संस्थान के परिसरों में ताले लगे हों, मगर आॅनलाइन टीचिंग-लर्निंग जारी है। इसके साथ ही शोध और नवाचार भी अनवरत रूप से हो रहा है।
इन विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किये आईडिया
इस अवसर पर चयनित सभी विद्यार्थियों ने अपने आईडिया का प्रस्तुतीकरण किया। इस दौरान एमजीएम इंजीनियरिंग कॉलेज, ग्रेटर नोएडा के कौशल शर्मा ने सेनेटाइजर फोगिंग रोबोट का आइडिया प्रस्तुत किया। आईआईएमटी इंजीनियरिंग कॉलेज, जीबी नगर के नवीन ने आॅनलाइन रिस्क असेसमेंट सेंसर वेब पोर्टल का आइडिया प्रस्तुत किया।
यूसीईआर, प्रयागराज के शिवांक गुप्ता ने ससपेक्ट डिटेक्टर का आइडिया प्रस्तुत किया। एबीइएस इंजीनियरिंग कॉलेज के अंकुश शर्मा ने पोर्टेबल वेंटेलेटर आन द प्रिंसिपल आॅफ आॅटोमेटिक क्लम्पिंग मशीन यूसिंग थ्री डी प्रिंटिंग का आइडिया प्रस्तुत किया। एलेनहाउस इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, कानपुर के शेष कुमार पटेल प्रपोजल टू यूज आफ टेक्नोलॉजी एंड रेड्युस ह्यूमन एफर्ट का आइडिया प्रस्तुत किया। आरकेजीआईटी, गाजियाबाद की रत्न प्रिया भट्ट ने शोर्टेज आॅफ हेल्थ एक्यूपमेंट- वेब एप्लीकेशन का आइडिया प्रस्तुत किया।
एसएस, नोएडा के अर्पित वर्मा ने पब्लिक होम इंगेजमेंट मेथड्स ड्यूरिंग लॉकडाउन का आइडिया प्रस्तुत किया। यूआईटी, प्रयागराज के रितेश कुमार कनौजिया ने हेल्थ ओ मीटर – एन एप टू कनेक्ट डॉक्टर एंड पेशेंट एंड मेडिसिन प्रोवाइडर का आइडिया प्रस्तुत किया।
केआईईटी, गाजियाबाद की ईशा मुदगल अल्टर मैकेनिज्म टू स्टॉप टचिंग अवर फेस- आईओटी बेस्ड डिवाइस का आइडिया प्रस्तुत किया। केआईईटी, गाजियाबाद की गरिमा बिस्ट ने आटोमेटेड होम आइसोलेशन विध बाईडायरेक्शनल मोनिटरिंग सिस्टम का आइडिया प्रस्तुत किया। आरकेजीआईटी, गाजियाबाद के नितिन कुमार ने कोरोना वायरस प्राबिबिलिटी डिडेक्टर का आइडिया प्रस्तुत किया। जेएसएस, नोएडा के दिव्यांशु मोंगा ने ग्रोवेनको सप्लाई एप का मॉडल प्रस्तुत किया। साथ ही एमआईटी, मेरठ के शबाज खान ने हेल्थ बैण्ड का मॉडल प्रस्तुत किया।
सभी चयनित विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि मुकुल कानिटकर द्वारा ई-सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। कार्यक्रम में केजीएमयू के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट, विवि के प्रति कुलपति प्रो विनीत कंसल, सभी डीन, कुलसचिव नन्द लाल सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो राजीव कुमार, राजकीय और सम्बद्ध संस्थानों के निदेशकों ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभाग किया। अंत में अपर परीक्षा नियंत्रक डॉ अनुराग त्रिपाठी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।