महंत देव्यागिरी महाराज ने की गोमती मैया की आरती
शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा को खीर का भोग लगाया
महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण भी किया गया
लखनऊ। श्रीमहंत देव्यागिरी जी महाराज की अगुवाई में डालीगंज के गोमती तट के उपवन घाट पर आश्विन मास की पूर्णिमा पर आज यानि बुधवार को माता गोमती की आरती की गई। साथ ही शरद पूर्णिमा के उपलक्ष्य में चंद्रमा को खीर का भोग लगाया गया और बाद में खीर का ही प्रसाद बाटा गया। इसके अलावा महर्षि वाल्मीकि की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर श्री देव्यागिरी जी महाराज ने माल्यार्पण भी किया।
श्रीमनकामेश्वर मठ- मंदिर के तत्वावधान में होने वाली हर महीने पूर्णिमा आरती के क्रम में बुधवार की शाम पूर्णिमा पर आरती की हुई। श्रीमहंत देव्यागिरी महाराज की अगुवाई में उपवन घाट पर बनी 11 वेदियों से आरती की गई। मंदिर की प्रमुख सेवादार उपमा पाण्डेय के नेतृत्व में सेवादार मुकेश गुप्ता, दुवार्सा, शिखा, आरती और बासु सहित अन्य भक्तों ने घाट की सफाई की । इसके अलावा पिंकी और मेधा श्रीवास्तव ने फूलों दीयों की रंगोली बनाई। आरती पर काफी संख्या मे भक्त मौजूद रहे। बाद में खीर का प्रसाद वितरित किया गया। आरती से पहले कथा वाचिका कल्याणकारी गिरी ने श्री भागवत महापुराण के पहले अध्याय की कथा सुनाई। इसमें भागवत श्रवण के महत्व को बताया गया। इस अवसर पर श्रीमहंत महंत देव्यागिरी महाराज ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने पहली बार गोपियों के साथ महारास किया था।