राष्ट्रभक्ति गीतों से गूंजा शहीद स्मारक

काकोरी क्रांति शताब्दी: राष्ट्र सेविका समिति का भव्य स्वरप्रवाह कार्यक्रम

लखनऊ। राष्ट्र सेविका समिति, लखनऊ विभाग के द्वारा रविवार को काकोरी शहीद स्मारक पर ह्यराष्ट्रकांति स्वरप्रवाह कार्यक्रमह्ण का आयोजन किया गया। काकोरी क्रांति के 100 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित इस कार्यक्रम में समिति की सेविकाओं के द्वारा सामूहिक राष्ट्रभक्ति गीत एवं वंदे मातरम का गायन किया गया। कार्यक्रम में लखनऊ विभाग की 20 शाखाओं तथा 8 मिलन द्वारा प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में प्रख्यात कथक नृत्यांगना एवं गिनीज विश्व रिकॉर्ड धारक सोनी चौरसिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम की शुरूआत काकोरी क्रांति के सभी क्रांतिकारियों तथा भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण के साथ की गई। तद्पश्चात सेविका बहनों के द्वारा सामूहिक गायन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया गया। इस प्रतियोगिता की निर्णायक मंडल की सदस्य अंतर्राष्ट्रीय लोकगायिका वंदना मिश्रा तथा समिति की प्रांत संपर्क टोली की सदस्य पूजा श्रीवास्तव ने गायन प्रतियोगिता की विजेता बहनों के नाम की घोषणा की। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर लखनऊ पूरब भाग का ऊषा चेतना कुंज, दूसरे स्थान पर धनवंतरि नगर की विद्या शाखा तथा तृतीय स्थान पर दीनदयाल नगर की मणिकर्णिका शाखा रही।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सोनी चौरसिया ने कहा कि काकोरी क्रांति के माध्यम से इस देश के वीर जवानों ने जो शौर्य दिखाया था, उसी के कारण आज हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रभक्ति की चेतना का जागरण इस देश के हजारों लाखों क्रांतिकारियों ने वतन के लिए अपने प्राण न्योछावर करके किया था।
देश की प्रख्यात समाजसेविका तथा शिक्षाविद चित्रलेखा तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि व्यक्ति का जन्म महत्वपूर्ण नहीं होता, उसकी मृत्यु महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि हम कैसे जिये, इसका निर्णय हमारे जाने के बाद होता है। प्रांत कार्यवाहिका यशोधरा ने कहा कि आज भी इस शहीद स्मारक में मौजूद पेड़ों की पत्तियों से राष्ट्रभक्ति की खुशबू आती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से युवतियों और महिलाओं के मानस में राष्ट्रप्रेम की लौ जलाने का कार्यकिया गया है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रांत संचालिका रत्नम जी, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र की क्षेत्र प्रचारिका शशि, उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति, विभाग सह संपर्क प्रमुख तृप्ति, विभाग सह सेवा प्रमुख सीमा सिंह, अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग की सदस्य नीरज समेत लगभग 800 बहनें उपस्थित रहीं।

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