लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि नियमित संवाद से व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इसको ध्यान में रखते हुए हर जिले के लिए एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को नामित किया जाए। यह अधिकारी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव स्तर के होंगे। यह सभी अधिकारी जिलों में तैनात अधिकारियों से संवाद कायम करते हुए उनका मार्गदर्शन करेंगे।
टीम-11 के साथ लॉकडाउन की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नामित किए जाने वाले 75 वरिष्ठ अधिकारी संबंधित जिले में एक हफ्ते कैंप कर स्थिति की मौके पर समीक्षा करते हुए स्थानीय अफसरों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। इस काम में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही वन सेवा तथा वाणिज्यकर विभाग के योग्य अधिकारियों की भी सेवाएं प्राप्त करने के निर्देश दिए।
योगी आदित्यनाथ जी ने लाॅकडाउन के नियमों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन की सफलता के लिए हर स्तर पर सतर्क एवं सावधान रहना ज़रूरी है। उन्होंने लाॅकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए।
योगी ने पुलिस को प्रभावी पेट्रोलिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि बाॅर्डर क्षेत्र के साथ-साथ हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर नियमित पेट्रोलिंग से दुर्घटनाओं को रोकने में बड़ी मदद मिलती है। बाजारों में फुट पेट्रोलिंग की उपयोगिता पर बल दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि शहरी इलाकों में यातायात प्रबन्धन चुस्त-दुरुस्त रखा जाए और ग्रामीण इलाकों में भी सघन पेट्रोलिंग की जाए। कन्टेन्टमेन्ट जोन में होम डिलीवरी व्यवस्था को सुचारू ढंग से संचालित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि प्रवासी श्रमिकों की सकुशल वापसी के साथ ही उन्होंने क्वारंटीन सेण्टर में सुरक्षित ले जाएं। थर्मल स्कैनिंग के पश्चात जो स्वस्थ हों उन्हें खाद्यान्न पैकेट देकर होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जाए। जिनमें लक्षण दिखायी दें उन्हें क्वारंटीन सेण्टर अथवा आइसोलेशन वाॅर्ड भेजा जाए। उन्होंने कहा कि अब तक 20 लाख से ज़्यादा प्रवासी श्रमिक उत्तर प्रदेश में सकुशल वापस आये हैं। इनकी संख्या को देखते हुए प्रत्येक क्वारंटीन सेण्टर में अल्ट्रा रेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।