लखनऊ। पूर्वांचल की धरती पर कई बड़े अपराध करने वाले शूटर माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी हैं लेकिन कई ऐसे भी वफादार शूटर हैं जो उनके सबसे करीबी और लाडलों में शामिल हैं जो आज भी अपने आका के लिए तैयार हैं चाहे वह देश में हो या देश के बाहर। लाडलों की लिस्ट में एक नाम शहाबुदीन का भी शामिल है जिस पर यूपी पुलिस की तरफ से दो लाख का ईनाम रखा गया है। यह वह शातिर अपराधी है जो अभी तक पुलिस व उसकी सभी जांच एजंसियों की पकड़ से दूर है।
बताया जा रहा है 2005 में विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद शाहबुददीन को भी मुख्तार ने ही देश से बाहर भाग जाने के लिए कहा था तब से यह लापता है। शहाबुददीन को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस की सभी एजेंसियों ने ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया लेकिन उनकी परछाई भी नहीं छू सकी। जिसके बाद सीबीआई लगी और सारे घोड़े खोलने के बाद हाथ भी हाथ नहीं लगा और यह सन्तुष्टी कर बैठ गयी कि यह अब देश में नहीं बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान या नेपाल में है। ऐसे में यूपी पुलिस ने शहाबुददीन पर दो लाख का इनाम घोषित कर खाना पूर्ति खाना पूर्ति कर दी और अब राम भरोसे बैठी है।
दो बड़े हत्याकांड में भी आया था शातिर शूटर का नाम
बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नंद किशोर रुंगटा के अपहरण और हत्या और विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी शहाबुददीन का नाम सामने आया था जिसकी वजह से सीबीआई उसे भी तलाश रही है। शहाबुद्दीन की गिरफ्तारी पर दो लाख का तो वहीं अताउर्रहमान की गिरफ्तारी कराने वाले को पांच लाख का इनाम मिलना तय है। बताया जा रहा है कि जो जांच एजेसिंयो ने रिपोर्ट पेश की थी उसमें इनके भारत से पाकिस्तान भागने की तारीख तक दर्ज की थी। जेल में बंद माफिया डॉन, मुख्तार अंसारी के यह दोनों ही मुंहलगे रहे थे।
मुख्तार ने ही दी थी अपने लाडले शहाबुददीन को देश छोड़ने की सलाह
बताया जा रहा है कि शहाबुद्दीन, मुख्तार अंसारी के सबसे विश्वासपात्र और खतरनाक शूटर माना जाता था। वैसे तो मुख्तार के करीबियों की फैरिस्त बहुत बड़ी है जिसमें कुछ लोगों को यूपी पुलिस व एसटीएफ मुठभेड़ में मार चुकी है या जो बचे हैं वह सलाखों के पीछे हैं या देश से बाहर होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जब भी यूपी पुलिस कभी किन्हीं नए मोस्ट वॉन्टेड माफियाओं-गैंगस्टर्स की काली सूची तैयार करती है तो इस लिस्ट में शहाबुददीन का नाम अंकित कर खाना पूर्ति कर देती है। वैसे अब प्रदेश पुलिस व कई जांच एजेंसियां फरार इन शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही हैं और जैसे ही कुछ इनपुट मिलेगा यूपी पुलिस के जां बाज उसे सलाखों के पीछे होंगे।