मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को निर्यातकों को लेकर स्वत: सतर्कता सूची प्रणाली को बंद करने की घोषणा की, जिसका मकसद निर्यात आय की वसूली के संबंध में निर्यातकों को राहत देना है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद एक आभासी संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते निर्यात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा, इस माहौल में, निर्यातकों को निर्यात कारोबार की वसूली में लचीलापन मुहैया कराने और विदेशी खरीदारों के साथ बेहतर शर्तों पर बातचीत के लिए उन्हें सशक्त बनाना महत्वपूर्ण है।
निर्यात डेटा प्रसंस्करण एवं निगरानी प्रणाली (ईडीपीएमएस) के तहत 2016 से निर्यातकों के सतर्कता सूची में शामिल करने और हटाने की शुरुआत की गई थी, ताकि यह पता चल सके कि निर्यात की गई वस्तुओं का भुगतान निर्यातक के खाते में आया है या नहीं। किसी राशि के दो साल से अधिक समय तक बकाया रहने पर निर्यातक का नाम अपने आप ईडीपीएमएस की सतर्कता सूची में चला जाता था।