कला वसुधा का नवीनतम अंक रामलीला विशेषांक के रूप में प्रकाशित हुआ
लखनऊ। अपने हर अंक को प्रदर्शनकारी कला विधाओं के गहन शोधपरक विशेषांक के रूप में प्रकाशित करने वाली कला वसुधा का नवीनतम अंक रामलीला विशेषांक के रूप में प्रकाशित हुआ है। जिसका विमोचन वृन्दावन कॉलोनी स्थित भव्या एकेडमी फॉर परर्फ़ॉमिंग आर्ट्स के प्रथम स्थापना दिवस के अवसर पर हुआ। अकादमी ने स्थापना दिवस का आयोजन खुले स्थान पर किया था। प्रचण्ड आँधी और वर्षा से बाधित होने के बाद भी सम्पन्न हुआ यह आयोजन अविस्मरणीय बन गया। कला वसुधा का रामलीला विशेषांक राष्ट्रीय स्तर के अनेक प्रकाण्ड विद्वानों और कलाकारों की रचनाओं से समृद्ध है।
पत्रिका का विमोचन प्रख्यात साहित्यकार डॉ. राम बहादुर सिंह, डॉ. सर्वेंद्र विक्रम सिंह, प्रधान सम्पादक अशोक बनर्जी, सम्पादक श्रीमती उषा बनर्जी, श्री प्यारे मोहन चतुवेर्दी (अध्यक्ष भव्या अकैडमी) वह प्रख्यात चित्रकार श्रीमती प्रतिमा सिंह द्वारा किया गया। इन विद्वानों ने रामलीला विशेषांक पर बहुत सारगर्भित विचार और विश्लेषण प्रस्तुत किया। अन्त में प्रधान सम्पादक श्री अशोक बनर्जी ने विद्व वक्ता गणों का और विमोचन में सहयोग हेतु भव्या एकैडमी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर वरिष्ठ रंगकर्मी सुनील चतुवेर्दी और नीरज कुशवाहा सहित अन्य विद्वत जन भी उपस्थित थे।