श्री रामलीला समिति गोमती नगर द्वारा तृतीय दिवस
लखनऊ। मयार्दा पुरूषोतम भगवान श्रीराम चन्द्र जी की रामलीला का आयोजन पर्वतीय महापरिषद भवन, गोमती नगर विस्तार, लखनऊ में तीन दिवसीय आयोजन किया गया जिसमें आज अन्तिम तृतीय दिवस शबरी प्रसंग, राम सुग्रीव मैत्री, हनुमान जी को सीता की खोज हेतु लंका भेजना, अशोक वाटिका, लक्ष्मण शक्ति, हनुमान को सुशेन वैद्य की खोज हेतु लंका भेजना, सुशैन वैद्य द्वारा हनुमान को संजीवनी हेतु भेजना, रावण द्वारा कुम्भकर्ण की निद्रा भंग, कुम्भकर्ण वध, मेघनाद वध, रावण दरबार में मंत्री द्वारा युद्ध का हाल बताना, राम रावण युद्ध/रावण वध, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंग के दृष्य प्रस्तुत किये गये। तृतीय दिवस के कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। आज शहर की विभिन्न रामलीला समितियों एवं संगठनों के पदाधिकारी गण विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे जिनका रामलीला समिति के अध्यक्ष गोविन्द सिंह बोरा एवं महासचिव रमेश चन्द्र उपाध्याय ने सभी अतिथियों को रामनामी पट्ट पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में पर्वतीय महपरिषद के अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी, महासचिव महेन्द्र सिंह रावत, संयोजक केएन चंदोला सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। आज मेघनाद हनुमान संवाद में जिसमें हनुमान आनन्द सिंह कपकोटी एवं मेघनाद टीडी काण्डपाल का अभिनय प्रभावशाली रहा। हनुमान द्वारा राग मालकोश में को तुम श्यामला गौर शरीरा, क्षत्रिय रूप… गीत बहुत मधुर स्वर में गाया गया। सुलोचना का अभिनय भारती काण्डपाल ने किया, कुम्भकर्ण ख्याली सिंह कड़ाकोटी का अभिनय सराहनीय रहा। शबरी का अभिनय राधिका बोरा, मंदोदरी का अभिनय जानकी नयाल द्वारा किया गया। सुग्रीव- लाल सिंह बोरा, त्रिजटा- प्रतिभा सती व जोगी रावण- गोविन्द सिंह बोरा द्वारा सशक्त अभिनय किया गया। सुशैन वैद्य प्रसंग में कलाकारों का सुन्दर अभिनय दर्शकों को बहुत भाया।
पात्र:-राम- नेहा सिंह, लक्ष्मण- निक्की सिंह, सीता- किरन जोशी, भरत- प्रज्जवल सिंह रावत, शत्रुघन- दक्ष बिष्ट, हनुमान- आनन्द सिंह कपकोटी, दशरथ – हरीश काण्डपाल, कैकेयी- चित्रा काण्डपाल, कौशल्या- दमयंती नेगी, सुमित्रा- बिमला बोरा, जनक- नरेन्द्र सिंह फर्त्याल, सुनैना- मंजू बिष्ट, मंदोदरी- जानकी नयाल, परशुराम- गोविन्द सिंह बोरा, विश्वामित्र- मनीष उपाध्याय, राजा-धनुष यज्ञ में- राजा- दीवान सिंह बिष्ट, लाल सिंह बोरा, तारा सिंह बोरा, जीवन गोस्वामी, बन्दी जन- धनुष यज्ञ में- कैलाश बिनवाल, त्रिभुवन बोरा, रावण- पुष्कर सिंह नयाल, मेघनाद- तारा दत्त काण्डपाल, वाणासुर- कमल सिंह नेगी, सुलोचना- भारती काण्डपाल, मन्थरा- संजय रावत, सूर्पणखा-पार्श्व गायिका-.निकिता गोस्वामी, सूर्पनखा- सरिता भाकुनी , अहिल्या- वंशिका नयाल, ताड़का- ख्याली सिंह कड़ाकोटी, सुबाहु- किशन सिंह बोरा, खर- हरीश काण्डपाल, दूषण-टी0डी0 काण्डपाल, त्रिशिरा- ख्याली सिंह कड़ाकोटी, सुग्रीव- लाल सिंह बोरा, मारीच- मनीष उपाध्याय, जोगी रावण- गोविन्द सिंह बोरा, जनक रावण दरबारी- कमल सिंह नेगी, किशन सिंह बोरा, हरीश काण्डपाल, कुम्भकर्ण- ख्याली सिंह कड़ाकोटी, वानर- विआन कपकोटी, आदित्य उपाध्याय, गौर्विक नयाल, उज्जवल सिंह रावत, अविरल, राक्षस- उज्जवल सिंह रावल, दक्ष बिष्ट, प्रज्जवल सिंह रावत, लकी बोरा, शबरी- राधिका बोरा, सुमित्रा- बिमला बोरा, सीता सखी- टिआ सिंह, वेदिका जोशी, नविता जोशी, सुशैन वैद्य- कैलाश बिनवाल, सुशैन सहायक रहे।





