नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के बाद “वोट चोरी” के मुद्दे पर शुरू हुआ राजनीतिक घमासान और तेज हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा कर्नाटक की एक विधानसभा सीट पर फर्जी वोटिंग के आरोप लगाने के बाद अब पार्टी के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर भी उनके समर्थन में सामने आए हैं। थरूर ने इस पूरे मामले को लोकतंत्र की नींव से जुड़ा बताते हुए चुनाव आयोग से तत्काल और पारदर्शी कार्रवाई की मांग की है।
राहुल गांधी ने लगाए थे गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि कर्नाटक की एक विधानसभा सीट पर बड़ी संख्या में फर्जी वोट डाले गए। उन्होंने कहा कि कई वोटर लिस्ट में ऐसे नाम दर्ज हैं जिनके हाउस नंबर “0” दिए गए हैं और कई मतदाताओं के पिता के नाम फर्जी हैं। राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता के दौरान कुछ कथित दस्तावेज़ और सबूत भी दिखाए और चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी के संकेत दिए।
चुनाव आयोग ने जताई कड़ी आपत्ति
राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने सख्त रुख अपनाते हुए कांग्रेस सांसद को एक पत्र भेजा। आयोग ने कहा कि यदि वे किसी मतदाता की पहचान, पता और नाम के आधार पर गड़बड़ी का दावा कर रहे हैं, तो उन्हें उस पर हस्ताक्षरित शपथ पत्र के साथ पुख्ता प्रमाण प्रस्तुत करने होंगे। आयोग ने स्पष्ट किया कि यदि वे ऐसा नहीं कर सकते तो उन्हें अपना बयान वापस लेना चाहिए। आयोग ने राहुल गांधी पर जनता को गुमराह करने का आरोप भी लगाया।
शशि थरूर ने किया राहुल गांधी का समर्थन
इस मुद्दे पर राहुल गांधी के समर्थन में अब कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरूर खुलकर सामने आ गए हैं। थरूर ने कहा:”यह एक बेहद गंभीर सवाल है। सभी राजनीतिक दलों और मतदाताओं के हित में इसका गंभीरता से समाधान किया जाना चाहिए। हमारा लोकतंत्र बहुत ही मूल्यवान है और इसकी विश्वसनीयता को किसी भी प्रकार की लापरवाही, अक्षमता या जानबूझकर की गई छेड़छाड़ से कमजोर नहीं होने देना चाहिए।”
थरूर ने चुनाव आयोग से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की और कहा कि देश की जनता को इस पर लगातार सूचित किया जाना चाहिए ताकि लोकतंत्र में लोगों का विश्वास बना रहे।
राहुल गांधी ने आयोग के पत्र पर दी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की ओर से भेजे गए पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:मैं एक नेता हूं और मैंने जो भी बातें प्रेस के सामने रखी हैं, वे सार्वजनिक रूप से कही गई हैं। इन्हें ही मेरी शपथ के रूप में माना जाए। मैंने जो कहा है, वह सच है और उसके पीछे सबूत हैं।
मामले ने पकड़ा राजनीतिक तूल
यह मामला अब राजनीतिक रूप से गर्मा गया है। कांग्रेस इस मुद्दे को पूरे देश में उठाने की योजना बना रही है, वहीं भाजपा और चुनाव आयोग इसे बेबुनियाद और भ्रामक करार दे रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि राहुल गांधी के आरोपों में दम है और चुनाव आयोग जांच करता है, तो यह देश की चुनाव प्रणाली को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर सकता है।