आजमगढ़। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को किशुनदासपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने यूपीडा के कार्यालय में प्रगति की समीक्षा भी की। स्थलीय निरीक्षण भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री निर्माण की प्रगति से संतुष्ट नजर आये।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी हाल में दीपावली से पहले इस पर परिवहन शुरू हो जाना चाहिए। वहीं सीएम ने लोगों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही विश्वविद्यालय का निर्माण भी शुरू हो जाएगा जबकि एयरपोर्ट मंदुरी से उड़ान शुरू करने की सारी तैयारियां पूरी हो गयी है। जल्द ही उड़ान भी शुरू होगी। सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्माण कार्य की समीक्षा भी की।
सीएम ने कहा कि पूर्वांचल उसमें भी गोरखपुर व वाराणसी के मध्य का यह क्षेत्र जो विकास के पायदान पर काफी पिछड़ गया था। उसके विकास के रफ्तार के तेज करने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास जुलाई 2018 में प्रधानमंत्री ने यहीं आजमगढ़ से किया था। हमने जो टाइमलाइन तय की थी, यह प्रोजेक्ट उस टाइम लाइन के हिसाब से चल रहा है। इसकी प्रगति को देखने और स्थानीय प्रशासन तथा कार्यदायी संस्था में बेहतर तालमेल हो इसलिए आज विशेष रूप से यहां समीक्षा की है। एक -एक पैच को लेकर कहां ्र्न पर क्या समस्या रह गयी है , कैसे उसका समाधान होगा, इसपर व्यापक चर्चा हुई है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के बनने का मतलब जहां-जहां से यह जाएगा, वहां की अर्थव्यवस्था को तेजी के साथ कई गुना बढ़ा देगा। स्थानीय नौजवानों को नौकरी और रोजगार मिलेगा। इसके दोनों तरफ इंडस्ट्रियल कॉरिडोर स्थापित करने तथा वहां रोजगार सृजन की भी व्यवस्था होगी। आजमगढ़, मऊ, अंबेडकर नगर,गाजीपुर में हो रहे काम से हम संतुष्ट हैं इसमें और तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। ताकि दीपावली के आसपास मुख्य एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण कर जनता को दीपावली का तोहफा दे सकें।
एनएच के कार्यों में शिथिलता बरतने को लेकर सीएम योगी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एनएच प्राधिकरण से इस बारे में बात करेगें और मंत्री नीतिन गडकरी को पत्र लिखेंगे। सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने आजमगढ़ को एक विश्वविद्यालय दिया है। विश्वविद्यालय की प्रगति के बारे में भी वार्ता हुई है। भूमि अधिग्रहण पर चर्चा हुई है। आजमगढ़ में शीघ्र ही वायुसेवा भी शुरू होगी। इससे यह जिला सीधे राजधानी से जुड़ जाएगा। विकास की अन्य योजनाओं और किसानों तथा सामान्य नागरिकों के लिए जो शासन की योजनाएं है उसपर चर्चा हुई है। उन्होने प्रशासन को धन्यवाद दिया कि यहां उन्होंने पेंशन स्कीम के तहत विशेष अभियान में एक लाख से अधिक लोगों का चयन किया है। यह ऐसे लोग थे जिन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा था।