लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि जो नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जो भी धरने-प्रदर्शन, हिंसा और आगजनी हो रही हैं वो पैसे देकर प्रायोजित किये जा रहे हैं। लोगों को गुमराह करने का प्रयास हो रहा है।
योगी ने कहा कि झूठ के पांव नहीं होते, जो सत्य है वह सत्य ही रहेगा। वामपंथ की इस पीढ़ी को जड़ से उखाड़ फेंकने की जरूरत है। आज देश के खिलाफ साजिश हो रही है। कांग्रेस, सपा और अन्य विपक्षी दल देश के अंदर देश के दुश्मनों की भाषा बोल रहे हैं। ऐसे में हम चुप नहीं रह सकते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवता के व्यापक हित में उठाए गए नागरिकता संसोधन कानून के विषय में हम सबको एक-एक व्यक्ति को बताना चाहिए कि यह कानून नागरिकता देने का है, छीनने का नहीं। उन्होंने कहा कि देश सर्वोपरि है, उसके साथ किसी भी प्रकार की राजनीति स्वीकार नहीं की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार सरकार बनने पर देश की आकांक्षाओं को पूरा किया जा रहा है। आजादी के बाद कांग्रेस के पाप का परिमार्जन करने का कार्य गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में किया जा रहा है।
योगी ने कहा कि कहा कि जो देश हित में बाधा पैदा करेगा और मौजूदा समय में जो साजिश है रही है उस पर चुप नहीं रहा जा सकता। भाजपा के लिए देश सर्वोपरि है। सीएए के खिलाफ दुष्प्रचार द्रौपदी के चीरहरण जैसा है। हम कांग्रेस, सपा और बसपा के इस दुष्प्रचार के पाप में सहभागी नहीं बन सकते। सीएए के विरोध के नाम पर जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल हो रहा है, उस पर मौन नहीं रहा जा सकता।
उन्होंने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति हो, 500 वर्षों से चले आ रहे राम मंदिर विवाद का हल हो, तीन तलाक की समाप्ति हो या फिर शरणार्थियों को नागरिकता देने का कार्य, ये सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हुए हैं। ये कार्य आजादी के बाद हो जाने चाहिए थे, लेकिन पिछली सरकारें हिम्मत नहीं कर पाईं। मुझे विश्वास है की देश का हर नागरिक इस मुद्दे पर मजबूती से साथ खड़ा हुआ है.
इसके पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने केन्द्रीय गृहमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान अध्यक्ष अमित शाह को लौहपुरूष बताते हुए रैली में स्वागत और अभिनंदन किया। कहा कि शोषित, वंचित, पीड़ित, आदिवासी, दलित, पिछड़ो और अब गरीबों के हमदर्द अमित शाह ने देश को 70 सालों के कलंक से मुक्ति दिलाते हुए जम्मू-कश्मीर से धारा 370 व 35ए को समाप्त किया। सीएए के द्वारा शाह ने उन लोगों को नागरिकता दिये जाने का प्रावधान किया, जो वर्षो से नारकीय जीवन जीने को मजबूर थे। सीएए के माध्यम से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म मानने वाले लोगों को नागरिकता मिलेगी और वे सम्मान के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सकेंगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर में 2014 के लोकसभा के चुनावों में हुई एक रैली में अमित शाह ने कहा था कि आपका एक वोट दो फायदे पहुंचायेगा। पहला फायदा केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का गठन होगा जो विश्व में भारत को एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित करते हुए लोककल्याण के लिए कृतसंकल्पित होकर कार्य करेगी। दूसरा फायदा भ्रष्टाचार व गुंडागर्दी से मुक्ति मिलेगी। यानि राज्य में भी भाजपा की सरकार बनेगी।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीएए के समर्थन में उमड़े जनसैलाब से यह सिद्ध हो गया है कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा किये जा रहे निर्णयों को जनता का समर्थन है। उन्होंने अमित शाह का स्वागत व अभिनंदन करते हुए जनता से अपील की कि वे यू ही अपना प्यार और समर्थन शाह के साथ उनकी पार्टी भाजपा को देते रहे ताकि राष्ट्रहित में जो कार्य अ•ाी शेष रह गये है उनको भी जल्दी पूरा किया जा सके।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने संबोधन मे कहा कि 1947 में अगर देश का बंटवारा धर्म के आधार पर नहीं हुआ होता तो आज नागरिकता संशोधन अधिनियम की जरूरत ही नहीं पड़ती। उन्होंने देश के विभाजन को धर्म के आधार पर करने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों का दंश देश की जनता ने दशको तक झेला है।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प के साथ राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा नागरिकता संशोधन अधिनियम पर एक वर्ग को गुमराह करने में कांग्रेस, सपा सहित अन्य विपक्षी दल लगातार कोशिशे कर रहे है। उन्होंने कहा सीएए किसी की नागरिकता लेता नहीं है बल्कि यह कानून नागरिकता देने के लिए है।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने नागरिकता संशोधन बिल को राष्ट्रहित में बताते हुए कहा कि यह बिल किसी के भी विरोध में नहीं है। यह किसी के अधिकार को लेने वाला नहीं बल्कि शरणार्थियों को अधिकार प्रदान करने वाला बिल है। यह कानून पाकिस्तान बांग्लादेश व अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को देश की नागरिकता प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त करता है।
उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री भी साफ कर चुके हैं कि किसी भी मुसलमान के अधिकार कम नहीं होंगे। जो अधिकार पहले थे वह आज भी रहेंगे। उन्होंने कहा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 व 35ए की समाप्ति, तीन तलाक जैसी कुप्रथा को खत्म करना और सीएए जैसे कार्य प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की मजबूत प्रशासनिक क्षमता व राष्ट्र के हितों के प्रति समर्पण के कारण ही संभव हुए है। प्रधानमंत्री और शाह हमेशा ही 130 करोड़ देशवासियों के कल्याण और विकास के लिए कार्य करते है।