सर्वोच्च प्राथमिकता कथक की परम्परा को बनाए रखना
लखनऊ। संस्कृति विभाग की कला अकादमी के नामित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने सोमवार को पदभार ग्रहण लिया। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, भारतेन्दु नाट्य अकादमी, पंडित बिरजू महराज कथक संस्थान एवं राज्य ललित कला अकादमी के नामित सदस्यों ने पदभार ग्रहण कर जल्द ही मीटिंग कर भविष्य की योजनाओं पर निर्णय लेने की बात कही। पंडित बिरजू महाराज कथक संस्थान की अध्यक्ष वरिष्ठ कथक नृत्य गुरु कुमकुम धर ने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि सर्वोच्च प्राथमिकता कथक की परम्परा को बनाए रखना और प्रसारित करना है। साथ ही नए-नए कलाकारों को मौका देना भी योजना में शामिल हैं। वहीं भारतेन्दु नाट्य अकादमी का अध्यक्ष वाराणसी के डा. रतिशंकर त्रिपाठी को मनोनीति किया गया है। डा. रतिशंकर को निदेशक बीएनए बिपिन कुमार ने पदभार ग्रहण किया। रतिशंकर ने कहा कि अकादमी गौरव को बढ़ाने में योगदान करेंगे। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के मनोनीत अध्यक्ष प्रयागराज के प्रो. जयंत खोत एवं उपाध्यक्ष लखीमपुर खीरी की विभा सिंह के पदभार ग्रहण करने पर अकादमी निदेशक डा. शोभित कुमार नाहर ने स्वागत किया। वहीं राज्य ललित कला अकादमी मनोनीति अध्यक्ष वाराणसवी के डा. सुनील कुमार विश्वकर्मा एवं उपाध्यक्ष सीतापुर गिरीश चन्द्र श्रीवास्तव ने भी पदभार ग्रहण किया है। वहीं उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान के मनोनीत सदस्य डा. कुमुद सिंह, जग प्रसाद तिवारी, बेना प्रसाद तिवारी, ब्रजभान मरावी एवं सुरेश प्रसाद कुशवाहा ने पदभार संभाला।