मुंबई। अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत किये जाने का संदेह है। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि अपराध शाखा ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की विभिन्न पहलुओं से जांच शुरू कर दी है जिसमें सुपारी लेकर हत्या, कारोबारी प्रतिद्वंद्विता या एक बस्ती की पुनर्वास परियोजना को लेकर मिली धमकी के पहलू भी शामिल हैं। उसने बताया कि दो कथित हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी फरार है और उसकी तलाश जारी है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) के रूप में हुई है। उसने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या समेत भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के साथ-साथ शस्त्र अधिनियम और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में बांद्रा के खेर नगर इलाके में बाबा सिद्दीकी (66) के बेटे एवं विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे तीन लोगों ने उन्हें गोली मार दी थी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का दौरा कर नमूने एकत्र किए तथा पुलिस हमले के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि हमलावरों ने 9.9 एमएम पिस्तौल से चार से पांच गोलियां चलार्इं। पुलिस ने पिस्तौल जब्त कर ली है। मामले की जांच के लिए मुंबई पुलिस ने कई टीमें गठित की हैं। अधिकारी ने बताया कि फरार तीसरे आरोपी को पकड़ने के लिए कुछ दलों को महाराष्ट्र से बाहर भी भेजा गया है।